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What is Ischemic Stroke: इस्किमिक स्ट्रोक क्या होता है? कैसे पहचानें इसके खतरे को

by Rakesh Pandey
What is Ischemic Stroke
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हेल्थ डेस्क। What is Ischemic Stroke? कभी सोचा है कि अचानक चलने-फिरने में दिक्कत, बोलने में अस्पष्टता या एक आंख से अचानक दिखना बंद हो जाए तो क्या होगा? ये लक्षण किसी डरावनी कहानी के न हों, बल्कि इस्किमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke) के संकेत हो सकते हैं! मस्तिष्क की कोशिकाओं को जिंदा रखने के लिए लगातार रक्त प्रवाह जरूरी है, और इस्किमिक स्ट्रोक उस आपूर्ति में रुकावट पैदा करता है। रक्त के थक्के के कारण ये रुकावट मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाती है, जिससे गंभीर परेशानियां हो सकती हैं। लेकिन घबराएं नहीं! समय पर पहचान और सही इलाज से इस खतरे का सामना किया जा सकता है। आइए जानें इस्किमिक स्ट्रोक के बारे में, इसके लक्षणों को पहचानें और खुद को और अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखें।

इस्किमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke) क्या होता है?

इस्किमिक स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है जो तब होती है जब मस्तिष्क तक जाने वाली रक्तधमनी (Artery) में रुकावट उत्पन्न हो जाती है। Ischemic Stroke स्ट्रोक का सबसे आम प्रकार है। यह रुकावट आमतौर पर रक्त के थक्के के कारण होती है, जो या तो धमनी में ही बन जाता है या शरीर के किसी अन्य भाग से मस्तिष्क तक पहुंच जाता है।

Ischemic Stroke

Ischemic Stroke

 

जब रक्त प्रवाह रुक जाता है, तो मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और कुछ मामलों में मर भी सकती हैं। इस क्षति के कारण व्यक्ति को चेहरे, हाथ या पैर में अचानक कमजोरी, बोलने में कठिनाई, एक तरफ की दृष्टि में कमी, चलने में परेशानी या गंभीर सिरदर्द जैसे लक्षण अनुभव हो सकते हैं।

लक्षण दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करने में नहीं करें देरी

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि जितनी जल्दी उपचार मिलता है, उतनी ही जल्दी रक्त प्रवाह बहाल किया जा सकता है और संभावित क्षति को कम किया जा सकता है। याद रखें, इस्किमिक स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है, लेकिन समय पर उपचार से इसे रोका जा सकता है और इसके प्रभावों को कम किया जा सकता है।

Ischemic Stroke के लक्षण:

– चेहरे, हाथ या पैर में अचानक सुन्नता या कमजोरी
– भ्रम या बोलने में कठिनाई
– एक तरफ की दृष्टि में अचानक कमी
– चलने में कठिनाई
– गंभीर सिरदर्द

इस्किमिक स्ट्रोक के खतरे को कम करने के उपाय

जीवनशैली में 5 बदलाव जो इस्केमिक स्ट्रोक को रोकने में मदद कर सकते हैं:-

-उच्च रक्तचाप और मधुमेह को नियंत्रित करें
-धूम्रपान छोड़ें
-स्वस्थ भोजन खाएं
-नियमित व्यायाम करें
-अपने वजन को नियंत्रित करें
-अल्कोहल का सेवन कम करें

Ischemic Stroke एक गंभीर स्थिति है, लेकिन समय पर उपचार से इसे रोका जा सकता है। यदि आपको स्ट्रोक के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इस्किमिक स्ट्रोक के प्रकार:

1. थ्रोम्बोटिक स्ट्रोक: यह तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त ले जाने वाली धमनी में थक्का बन जाता है।

2. एम्बोलिक स्ट्रोक: यह तब होता है जब शरीर के किसी अन्य हिस्से से थक्का मस्तिष्क में जाता है और रक्त प्रवाह को रोक देता है।

इस्किमिक स्ट्रोक का उपचार:

-थ्रोम्बोलाइटिक दवाएं: ये दवाएं रक्त के थक्कों को तोड़ने में मदद करती हैं।

-एंडोवस्कुलर सर्जरी: इस प्रक्रिया में, डॉक्टर धमनी में जमा थक्के को हटाने के लिए एक कैथेटर का उपयोग करते हैं।

-कैरोटिड एंडेक्टेक्टोमी: इस प्रक्रिया में, डॉक्टर मस्तिष्क में रक्त ले जाने वाली धमनी से प्लाक को हटा देते हैं।

यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।

 

 

 

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