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क्या है पिग बुचरिंग स्कैम? जिरोधा के मालिक ने किया अलर्ट

by Rakesh Pandey
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स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली : पिछले कुछ वक्त में ये देखने को मिला है कि फाइनेंशियल स्कैम (Financial Scams) तेजी से बढ़ रही हैं। जेरोधा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) निखिल कामथ ने ‘WTF’ पॉडकास्ट में एक साइबर घोटाले को लेकर लोगों को सचेत किया है, जिसे ‘पिग बुचरिंग स्कैम’ कहा जा रहा है।

 

कामथ ने बताया है कि यह घोटाला हजारों करोड़ रुपये की हेराफेरी के लिए जिम्मेदार है। ऐसे साइबर अपराध में जालसाज पीड़ित का विश्वास ठीक उसी तरह हासिल करते हैं, जैसे हत्या से पहले किसी सूअर का किया जाता है।

 

विश्वास जीतने के बाद जालसाज पीड़ित से बड़ी ठगी करते हैं। ऐसे में ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने कहा है कि जिस तरह से बहुत सारे लोग इन स्कैम (Scam) का शिकार हो रहे हैं, वह बेहद डरावना है। इसके बारे में नितिन कामथ ने एक्स पर काफी जानकारियां शेयर की हैं।

 

 

निखिल कामथ ने दी जानकारी

 

कामथ ने कहा, “जालसाज यूजर्स का विश्वास हासिल करने के लिए प्यार और दोस्ती का ढोंग करते हैं और फिर उन्हें नौकरियों और बेहतर रिटर्न वाले निवेश के लिए पैसे भेजने और पैसे चुराने के लिए प्रेरित करते हैं।“ इनघोटालों के शिकार लोग एक साथ किसी अन्य घोटाले के भी शिकार हो सकते हैं। नौकरी की लालच में जब पीड़ित विदेश जाते हैं, तो उन्हें बंदी बनाकर और लोगों से इसी तरह ठगी करने के लिए कहा जाता है। इसमें ठग पहले एक शख्स का भरोसा जीतते हैं और फिर उसे प्रतीकात्मक रूप से बुचर (कत्ल करना) कर देते हैं, यानी पैसे लूट लेते हैं।“

 

 कैसे होता है यह स्कैम?

 

पिग बुचरिंग स्कैम में ठगी के कई तरीके हैं। मसलन, फर्जी जॉब ऑफर स्कैम, फर्जी क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट स्कैम और धमाकेदार रिटर्न का दावा करने वाले निवेश स्कैम। काम कहते हैं कि ठग पहले अपने शिकार (पीड़ित) का भरोसा जीतते हैं और फिर उनका फायदा उठाते हैं। वैसे ही जैसे किसी पिग यानी सूअर को काटने से पहले उसे खिला-पिला कर तंदुरुस्त किया जाता है। ठग लोगों का भरोसा जीतने के लिए दोस्ती और प्यार का सहारा लेते हैं। इसके बाद वह नौकरी व धमाकेदार रिटर्न का वादा करते हुए पैसा भेजने के लिए मना लेते हैं। कामथ ने कहा है कि ठगी का यह तरीका वैश्विक है और धीरे-धीरे तेज हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस ठगी के शिकार उसी दौरान किसी और ठगी के पीड़ित भी हो सकते हैं। कई बार ऐसे लोगों को नौकरी का झांसा देकर विदेश में बुलाया जाता है। जब लोग वहां पहुंचते हैं तो देखते हैं कि उनके साथ धोखा हो चुका है और अब वह उन ठगों के चंगुल में आ गया है। इसके बाद ठग उस शख्स को भी अपने काम में शामिल होने के लिए बाध्य करते हैं। कई बार ठगों द्वारा लड़के-लड़कियों का फर्जी प्रोफाइल बनाकर भी लोगों के साथ धोखा किया जाता है।

 

 पिग बुचरिंग स्कैम से कैसे बचें?

 

 

पिग बुचरिंग स्कैम से बचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या किसी मैसेजिंग ऐप में अनजान नौकरी का ऑफर देने वाले मैसेज का जवाब ना दें। किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें या कोई अनजान ऐप डाउनलोड ना करें। जरूरी बात यह कि नौकरी का ऑफर मिलने पर संबंधित कंपनी के बारे में ठीक तरह से जरूर पड़ताल करें।

 

आप अपनी वित्तीय और व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा ना करें। साइबर ठगी की आशंका होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल में शिकायत करें। डिजिटल की दुनिया में फ्रॉड के केसेज बढ़त जा रहे हैं।

 

ऐसे में मैसेजिंग ऐप्स और सोशल मीडिया पर किसी से भी मिलने वाले नौकरी ऑफर पर जल्दी भरोसा ना करें। विदेशी लिंक को डाउनलोड या क्लिक न करें।

 

आप कोई भी निर्णय लेने से पहले हमेशा दो बार सोचें। कभी भी ओटीपी या आधार नंबर जैसी संवेदनशील व्यक्तिगत आईडी साझा न करें।

 

एक सामान्य सा नियम याद रखें कि अगर कोई चीज ऐसी है जिसका सच होना बहुत मुश्किल है लेकिन वह बहुत आसानी से आपको मिल रहा है तो बहुत ज्यादा संभावना है कि वह फर्जी है।

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