रांची: 15 दिसंबर 2024 से खरमास की शुरुआत हो रही है, जो अगले एक महीने तक चलेगा। इस दौरान मांगलिक कार्यक्रमों पर रोक रहेगी, क्योंकि इस अवधि में शुभ कार्य करना धार्मिक दृष्टि से ठीक नहीं माना जाता है। 15 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के साथ सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर यह अवधि समाप्त हो जाएगी और फिर से शुभ कार्यों का आयोजन किया जा सकेगा।
खरमास का महत्व और धार्मिक मान्यता
खरमास की शुरुआत उस समय होती है, जब सूर्य देव अपनी राशि वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करते हैं। इस वर्ष 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से खरमास का आरंभ होगा। सूर्य यहां 30 दिन तक रहेंगे और 15 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद शुभ कार्यों की शुरुआत हो सकेगी।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब सूर्य देव गुरु (बृहस्पति) की राशि धनु और मीन में होते हैं, तो वह गुरु की सेवा में लगे होते हैं और उनका प्रभाव कम हो जाता है। इस समय सूर्य और गुरु दोनों का शुभ स्थिति में होना जरूरी होता है, और जब यह दोनों ग्रह कमजोर होते हैं, तो मांगलिक कार्यों को टाल दिया जाता है। इस कारण खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं।
15 जनवरी से होंगे शुभ कार्यों की शुरुआत
खरमास के खत्म होने के बाद 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। मकर संक्रांति के बाद से विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त पुनः उपलब्ध होंगे।
जनवरी 2025 से शुभ विवाह मुहूर्त
जनवरी 2025 में विवाह के लिए निम्नलिखित शुभ मुहूर्त उपलब्ध होंगे:
जनवरी: 16, 19, 20, 23, 24, 29, 30
इसके बाद फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में भी शुभ विवाह मुहूर्त उपलब्ध होंगे:
फरवरी: 02, 03, 06, 07, 16, 19, 20, 21, 24, 26
मार्च: 02, 03, 06, 07
अप्रैल: 16, 18, 20, 21, 23, 25, 30
मई: 01, 07, 08, 09, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28
जून: 01, 02, 04, 06
शुभ गृह प्रवेश के मुहूर्त
गृह प्रवेश के लिए भी कई शुभ मुहूर्त होंगे, जो इस प्रकार हैं:
फरवरी: 03, 06, 07, 08, 10
मार्च: 06, 08, 10
मई: 03, 07, 08, 09, 10
जून: 04, 05, 06, 07
उपनयन (जनेऊ) के शुभ मुहूर्त
उपनयन के लिए शुभ मुहूर्त:
फरवरी: 03, 07
मार्च: 02, 09, 10
अप्रैल: 07, 08
मई: 02, 07, 08, 09
जून: 05, 06
गृहारंभ के शुभ मुहूर्त
गृहारंभ के लिए निम्नलिखित मुहूर्त उपलब्ध होंगे:
फरवरी: 08, 15
मार्च: 10
अप्रैल: 16
मई: 03, 08, 10
जून: 05, 06, 07
खरमास में क्या नहीं करना चाहिए
खरमास के दौरान धार्मिक और मांगलिक कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है। इस समय निम्नलिखित कार्यों को नहीं करना चाहिए:-
विवाह: खरमास में विवाह का आयोजन नहीं किया जाता है।
मुंडन और जनेऊ: मुंडन, जनेऊ, नामकरण जैसी धार्मिक संस्कारों को भी इस दौरान स्थगित किया जाता है।
गृह प्रवेश और गृहारंभ: इन शुभ कार्यों को भी खरमास में नहीं किया जाता।
अन्नप्राशन: इस समय अन्नप्राशन और उपनयन जैसे कार्यों को न करने की सलाह दी जाती है।
खरमास का समय 15 दिसंबर से शुरू हो रहा है और यह 15 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान मांगलिक कार्यों की रुकावट रहेगी। मकर संक्रांति के बाद से फिर से शुभ कार्यों के आयोजन की संभावना होगी। इस दौरान लोग विशेष ध्यान रखें और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी प्रकार के शुभ कार्य करने से बचें।
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