रांची: विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर रांची के सदर अस्पताल सभागार में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभावों को लेकर आम जनता को जागरूक करना और नशा मुक्त समाज की दिशा में सार्थक प्रयास करना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के अभियान निदेशक अबु इमरान शामिल हुए। उन्होंने तम्बाकू से होने वाली गंभीर बीमारियों पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि देश में प्रति दिन लगभग 3,500 लोगों की मृत्यु तम्बाकू सेवन के कारण होती है। उन्होंने कहा कि युवाओं में ई-सिगरेट, हुक्का और वेपिंग जैसे नए तम्बाकू उत्पादों का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हैं।
पूरे परिवार को प्रभावित करता है नशा
उन्होंने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार को प्रभावित करता है। राज्य में किडनी और लिवर फेलियर, सांस से जुड़ी बीमारियों के बढ़ते मामलों के पीछे भी अत्यधिक नशा एक बड़ा कारण है। उन्होंने राज्य में नशा मुक्त वातावरण बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर अभियान निदेशक द्वारा ‘जागरूकता रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ अगले एक महीने तक रांची जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों को तम्बाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करेगा।
सदर में चल रहा तंबाकू मुक्ति केंद्र
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि तम्बाकू के सेवन से हर महीने देश में लगभग 1,15,000 लोगों की मौत होती है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में तम्बाकू मुक्ति केंद्र भी कार्यरत है, जहां लोगों को तम्बाकू की लत छुड़ाने में मदद की जा रही है। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक और जागरूकता रैली के माध्यम से स्टूडेंट्स ने लोगों को तम्बाकू से दूर रहने का संदेश दिया। कार्यशाला में उपस्थित चिकित्सकों और नोडल अधिकारियों ने तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, फेफड़े की बीमारी और प्रजनन तंत्र पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी दी।
तंबाकू को लेकर दिलाई शपथ
कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों को तम्बाकू का सेवन न करने की शपथ दिलाकर किया गया। स्वास्थ्य विभाग का यह प्रयास राज्य को तम्बाकू मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। हालांकि युवाओं में इसका क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।