भुवनेश्वर: बीजेडी सुप्रीमो और नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने गुरुवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर परोक्ष हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि ओडिशा के महान सपूतों के योगदान और बलिदान को कम आंकने का प्रयास किया जा रहा है।
यह बयान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बिजू पटनायक की 28वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पार्टी मुख्यालय शंख भवन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में बीजेडी कार्यकर्ता और नेता उपस्थित थे।
ओडिशा के गौरव को मिटाने की कोशिश: नवीन पटनायक
नवीन पटनायक ने कहा, बिजू बाबू को हमेशा इस बात पर गर्व था कि वे एक ओड़िया हैं। उनका सपना था कि ओडिशा देश का सबसे बेहतर राज्य बने। लेकिन आज इतिहास को बदलने की कोशिश की जा रही है और कुछ तत्व ओडिशा के सपूतों के बलिदान को छोटा साबित करना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “इतिहास किसी राष्ट्र के एक विशेष कालखंड में सामूहिक अनुभव का प्रतिबिंब होता है, जिसे कोई नहीं बदल सकता। यदि राज्य के इतिहास में विकास का नया अध्याय जोड़ा जाए, तो यह ओडिशा के लिए लाभकारी होगा।”
बिजू पटनायक की प्रतिमा जलाने की घटना पर प्रतिक्रिया
यह बयान हाल ही में बलांगीर जिले के पटनागढ़ में बिजू पटनायक की प्रतिमा जलाए जाने की घटना के बाद आया है। इससे पहले भी इस प्रकार की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिन पर बीजेडी ने कड़ा विरोध जताया था।
नवीन पटनायक ने कहा कि ऐसे प्रयास न केवल राज्य के स्वाभिमान के विरुद्ध हैं, बल्कि यह ओडिशा की ऐतिहासिक विरासत को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास है।
ओडिशा की राजनीति में बढ़ता तनाव
इस घटनाक्रम के बाद ओडिशा की राजनीति में बीजेडी और बीजेपी के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया है। बीजेडी लगातार यह आरोप लगा रही है कि राज्य के नेताओं और महापुरुषों की छवि को नुकसान पहुंचाने का संगठित प्रयास हो रहा है।