सेंट्रल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने प्रशंसकों के साथ व्यक्तिगत संबंध निभाने से पीछे नहीं हटते है। यह एक बार फिर स्पष्ट हो गया है, जब उन्होंने झारखंड के देवघर की 95 वर्षीय गीता देवी को गर्मजोशी से भरा एक पत्र लिखकर जवाब दिया। गीता देवी के पोते द्वारा लिखे गए कई पत्रों के बाद यह मार्मिक जवाब प्रधानमंत्री की ओर से भेजा गया। जिसमें प्रधानमंत्री के लिए उनकी अटूट प्रशंसा व्यक्त की गई थी।
गीता देवी, जो पीएम मोदी को प्यार से “भाई सा” (भाई) कहती हैं, अक्सर प्रतिक्रिया की उम्मीद में हाथ जोड़कर उनकी तस्वीरों पर बात करती हैं। उनकी कहानी को मोदी आर्काइव्स ऑन एक्स ने एक वीडियो के साथ शेयर किया था। पोस्ट में पीएम मोदी को समाचार पर देखने की उनकी दिनचर्या और उनके राष्ट्र के प्रति किए जा रहे कार्यो के लिए उनके गहरे सम्मान को दर्शाता है।
देश दुनिया की जानकारी रखती हैं गीता देवी
झारखंड की गीता देवी के पोते रमन भारद्वाज ने कहा, “मेरी दादी को देश में चल रहे घटनाक्रम के बारे में जानने रहने में गहरी दिलचस्पी है और शहर में हर नई चीज पर नज़र रखती हैं। भारद्वाज के बेटे संजय भारद्वाज ने कहा, ‘इंदिरा गांधी ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन, महाराजाओं के युग और कई प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व का गवाह बनाया है, लेकिन उनकी नजर में कोई भी प्रधानमंत्री मोदी की तुलना नहीं कर सकता है।’
गीता देवी ने कहा- “मोदीजी जैसा कोई नहीं है”
गीता देवी ने कहा, “मोदीजी जैसा कोई नहीं है,” उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान कई हवाई अड्डे और अस्पताल बनते देखा है। उन्होंने कहा, “मेरा आशीर्वाद उनके साथ है। रमन ने बताया कि कैसे गीता देवी भावुक हो गईं, जब उन्होंने पहली बार जुलाई 2024 में पीएम मोदी के देवघर जाने का वीडियो देखा। उनके पोते ने बताया कि “वह उन्हें अपना भाई कहती है और उन्हें देखने से एक दिन भी नहीं चूकती है। उनके समर्पण ने हमें उन्हें पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया। अब पीएम मोदी की प्रतिक्रिया ने परिवार को बहुत खुशी दी।
पत्र में क्या कहा मोदी ने
अपने पत्र में उन्होंने लिखा, “श्रीमती गीता देवी जी, मेरे प्यारे देशवासियों और महिलाओं से प्रशंसा के ऐसे संदेश पाकर मुझे राष्ट्र के लिए और भी कठिन परिश्रम करने की बहुत ऊर्जा मिलती है। मुझे यह सुनकर खुशी होती है कि 95 वर्ष की आयु में भी आप राज्य और समाज के मामलों से अवगत रहती हैं। मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके परिवार के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रार्थना करता हूं।
यह पत्र गीता देवी और उनके परिवार के लिए नई ऊर्जा का स्रोत बन गया है। उनकी बहू अनीता भारद्वाज का कहना है कि, “95 साल की उम्र में भी, मां में बहुत ऊर्जा है। मोदीजी के पत्र को पढ़कर वह इतनी खुश हुईं कि इसने हम सभी को और अधिक हासिल करने के लिए प्रेरित किया है, चाहे हमारी उम्र कुछ भी हो।