हेल्थ डेस्क। Covid JN.1 Variant in India: कोरोना वायरस के नए सब वेरिएंट जेएन.1 को लेकर भारत समेत पूरी दुनिया में चिंता है। डर है कि यह कहीं कोरोना के पिछले वेरिएंट्स की तरह बड़ी संख्या में लोगों की जान न ले। JN.1 को पहली बार सितंबर 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया गया था। तब से यह दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। भारत में भी इस वेरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को जेएन.1 वेरिएंट को लेकर राहत वाली बात कही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ओमिक्रॉन को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया गया है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं
WHO का कहना है कि जेएन.1 वेरिएंट के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य को वर्तमान में कम जोखिम माना जा सकता है
टीका सुरक्षित
WHO के अनुसार, JN.1 के खिलाफ टीके और उपचार पहले से ही मौजूद ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। इसलिए, इस वेरिएंट से होने वाली गंभीर बीमारी या मौत को रोकने के लिए टीकाकरण और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य को नया चुनौती : JN.1 के मामले बढ़े
वेरिएंट के मामलों में वृद्धि का सामना कर रहे अमेरिका, स्वास्थ्य अधिकारियों को नए रणनीतिक उत्तरदाता बनाने पर जोर दे रहे हैं। सरकारी उपायों के बावजूद, लोगों में सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है, खासकर टीका सुरक्षा की स्तर में वृद्धि लाना, बचाव के निर्देशों का पालन करना, और समुचित स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अधिकतम प्रयास करना। नए संक्रमण की वृद्धि के साथ, जनता से ज्यादा सही जानकारी मिलती रहनी चाहिए ताकि और तेजी से कार्रवाई हो सके।
Covid JN.1 Variant को बताया “वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट”
WHO ने ओमिक्रॉन सब वेरिएंट Covid JN.1 को “वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” बताया। इसके साथ ही कहा कि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है। WHO ने कहा कि अभी जो सबूत उपलब्ध हैं उनके आधार पर जेएन.1 के चलते पैदा हुई वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम को वर्तमान में कम माना गया है। JN.1 को पहले इसके मूल वंश BA.2.86 के एक भाग के रूप में वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में क्लासिफाइड किया गया था।

नए वेरिएंट के खिलाफ भी काम कर रहा कोरोना वायरस का टीका
WHO ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ मौजूदा टीके जेएन.1 और COVID-19 वायरस के अन्य वेरिएंट से होने वाली गंभीर बीमारी और मौत से बचाव कर रहे हैं। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने दिसंबर की शुरुआत में कहा था कि एजेंसी के नए अनुमानों के अनुसार 8 दिसंबर तक अमेरिका में सबवेरिएंट जेएन.1 अनुमानित 15% से 29% मामलों का कारण है।
अन्य वेरिएंट की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं है Covid JN.1
CDC ने कहा कि अभी इस बात का सबूत नहीं है कि Covid JN.1 वर्तमान में फैल रहे अन्य वेरिएंट की तुलना में कितना अधिक खतरनाक है। कोरोना वैक्सीन के अपडेट शॉट अमेरिकियों को नए वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षित रख सकता है। अमेरिका में JN.1 का पहली बार सितंबर 2022 में पता चला था। पिछले सप्ताह चीन ने COVID सबवेरिएंट के सात संक्रमणों का पता लगाया है।
Covid JN.1 Variant के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
• Covid JN.1 ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट BA.2.86 का एक उप-वंश है।
• JN.1 में कुछ ऐसे उत्परिवर्तन हैं जो इसे अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक बना सकते हैं।
• अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि JN.1 गंभीर बीमारी या मौत का अधिक जोखिम पैदा करता है।
• JN.1 के खिलाफ टीके और उपचार पहले से ही मौजूद ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं।
Covid JN.1 के बारे में कुछ चिंताएं
• JN.1 में कुछ ऐसे उत्परिवर्तन हैं जो इसे अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक बना सकते हैं।
• JN.1 के बारे में अभी भी सीमित जानकारी उपलब्ध है।
Covid JN.1 से बचने के लिए क्या करें
• टीकाकरण और प्रीकॉशनरी डोज लें।
• मास्क पहनें।
• सामाजिक दूरी बनाए रखें।
• हाथों को बार-बार धोएं।
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