स्पेशल डेस्क :भारतीय नौसेना ने बुधवार को पहला स्वेदश निर्मित दृष्टि 10 ‘स्टारलाइनर’ (Drishti 10 Starliner) मानव रहित ड्रोन (UAV) लॉन्च किया है। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने नौसेना के लिए पहले स्वदेश निर्मित दृष्टि 10 ‘स्टारलाइनर’ ड्रोन को नेवी में शामिल किया है।
नौसेना के लिए यह बेहतरीन कदम
एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, “यह ISR टेक्नोलॉजी और समुद्री में आत्मनिर्भरता की भारत की खोज में एक परिवर्तनकारी कदम है।” एडमिरल आर हरि कुमार न केवल मैन्युफैक्चरिंग में, बल्कि ड्रोन के रखरखाव और स्टेबिलिटी में भी स्थानीय क्षमताओं के महत्व पर जोर दिया। साथ ही अडानी ग्रुप की सराहना की। बता दें कि अडानी ग्रुप पहले ही छोटे हथियारों से लेकर रडार, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, एवियोनिक्स, टैक्टिकल कम्युनिकेशन सिस्टम और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम तक अलग-अलग क्षेत्रों में कुछ न कुछ लॉन्च कर चुका है।
अत्याधुनिक UAV नई तकनीक युद्ध-सिद्ध और स्वदेशी एडवांस ऐरियल तकनीक से लैस है। अब चीन और पाकिस्तान को करारा जवाब मिल सकेगा। नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार ने यह भी कहा है कि दृष्टि 10 के आने से हमारी नौसैनिक क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी। लगातार विकसित होने वाली समुद्री निगरानी और टोही के लिए हमारी तैयारी मजबूत होगी।
समुद्री निगरानी और टोही के लिए तैयारी मजबूत होगी
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार ने भारतीय नौसेना की जरूरतों के अनुरूप अपने रोडमैप का जिक्र करते हुए रक्षा और सुरक्षा में आत्मनिर्भरता को सक्षम करने के लिए फर्म के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि आईएसआर प्रौद्योगिकी और समुद्री प्रभुत्व में आत्मनिर्भरता की खोज में यह एक परिवर्तनकारी कदम है। स्वेदशी कंपनी ने स्थानीय क्षमताओं को विकसित करने के लिए पिछले कुछ वर्षों से व्यवस्थित रूप से काम करके मानव रहित प्रणालियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है।
दृष्टि 10 के आने से हमारी नौसेनिक क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी। लगातार विकसित होने वाली समुद्री निगरानी और टोही के लिए हमारी तैयारी मजबूत होगी।
रक्षा के क्षेत्र में स्वदेशीकरण को मिलेगा बढ़ावा
दृष्टि 10 ‘स्टारलाइनर’ भारत का पहला ऐसा मानव रहित ड्रोन है, जिसे देश में बनाया गया है। ये जो एल्बिट्स हर्मीस 900 मेल (मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग रेंज) प्लेटफॉर्म पर आधारित है। वहीं, अडानी डिफेंस वेबसाइट के अनुसार, दृष्टि 10 को उसकी मिशन प्रभावशीलता के बारे में जाना जाता है। यह कई हार्ड पॉइंट और 250 किलोग्राम मॉड्यूलर इंटरनल इंस्टॉलेशन के साथ आता है। इसकी मदद से डिफेन्स के क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिल सकेगा।
जानिए क्या है Drishti 10 Starliner की खासियत
Drishti 10 Starliner को उसकी एडवांस इंटेलिजेंस और सर्विलांस के लिए जाना जाता है। 36 घंटे की चार्जिंग पॉवर, 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता के साथ ये अपने आप में एक बेहतरीन ड्रोन है। साथ ही इसे STANAG 4671 सर्टिफिकेशन भी मिल चुका है। यह एकमात्र ऐसा ड्रोन है, जो किसी भी तरह के मौसम में ऑपरेट कर सकता है। ये ड्रोन सेग्रीगेटेड और अनसेग्रीगेटेड दोनों तरह एयरस्पेस में उड़ान भर सकता है। अडाणी एंटरप्राइजेज के वाइस प्रेसिडेंड ने कहा कि, “अडाणी के लिए थल, वायु और नौसेना सीमाओं की सुरक्षा, खुफिया, निगरानी और निर्यात के मामले में भारत को ग्लोबल मैप पर लाना प्रमुख प्राथमिकता है।”
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