नई दिल्ली/Death through Injection: अमेरिका के ओक्लाहोमा राज्य में साल 2002 में एक भारतीय सहित दो लोगों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में दोषी को गुरुवार को मृत्युदंड दिया गया। समाचार चैनल कोको-टीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अभियुक्त माइकल ड्वेन स्मिथ को मैकलेस्टर शहर की एक जेल में घातक इंजेक्शन दिया गया, जिससे उसकी मौत हुई।
Death through Injection: स्मिथ ने 2002 में की थी हत्या
स्मिथ ने 24 वर्षीय शरद पुल्लुरु और 40 वर्षीय जेनेट मूर की हत्या कर दी थी। दोनों की हत्या दो अलग अलग घटनाओं में की गई थी। अदालत ने आरोपी को दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई थी। ओक्लाहोमा के अटॉर्नी जनरल जेंटनर ड्रमंड ने स्मिथ की सजा के बाद एक बयान जारी करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आज का दिन मूर और शरद के परिवारों के लिए कुछ हद तक शांति लेकर आएगा।
Death through Injection: पढ़ने के शरद की अमेरिका में हो गई थी हत्या
अटॉर्नी जनरल जेंटनर ड्रमंड ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं ओक्लाहोमा के लोगों को पता चले कि माइकल स्मिथ ने जिन दो लोगों की हत्या की, वो काफी सभ्य और अच्छे लोग थे। शरद प्रतिभावान युवा थे, जो पढ़ने के लिए अमेरिका आए थे। वो अपने परिवार में काफी लोगों के लिए प्रेरणा था। वहीं, अटॉर्नी जनरल ने कहा कि दोनों की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि वो गलत समय पर गलत जगह पर थे। मैं आभारी हूं कि उन्हें न्याय मिला।
Death through Injection: शरद के भाई ने कहा, माफी नहीं मिलेगी
वही शरद के भाई हरीश पुल्लुरु ने कहा कि हरीश ने स्मिथ को माफी देने से इनकार कर दिया। हरीश ने कहा था कि उन्होंने उस दर्द को देखा है, जो उनके माता-पिता हर दिन झेलते थे। शरद प्यारे बेटे, भाई और चाचा थे। हमारे परिवार की जान थे। हम उनकी हत्या के बाद हर दिन मर रहे हैं। हम स्मिथ को माफ नहीं कर सकते।
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