पटना : राजधानी पटना में जंक्शन के ठीक सामने स्थित बहुमंजिला पाल होटल में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई। (Patna Hotel Fire) सुबह करीब साढ़े 10 बजे आग की सूचना सामने आई और लगभग आधे घंटे के अंदर पूरी बिल्डिंग आग और धुएं से भर गई। होटल के बगल वाली बिल्डिंग में भी आग पहुंच गई और दोनों बिल्डिंग से सिर्फ आग और धुआं ही दिखा। इससे सटे पटना किराना को भी आग से खतरे का सामना करना पड़ा।
होटल से बाहर निकाली गईं लाशें
इस घटना से बिल्डिंग के सामने स्थित पुल पर भी भीषण जाम लग गया और स्टेशन रोड भी पूरी तरह जाम रहा। इधर, आग लगने के करीब डेढ़ घंटे बाद एक शख्स की लाश बाहर निकाली गई। इसके आधे घंटे बाद दो युवतियों की लाशें बाहर निकाली गई। मृतकों और घायलों की संख्या के बारे में कुछ आधिकारिक बयान भी सामने आए हैं। पटना के सिटी एसपी सेंट्रल ने बताया कि 6 लोगों की इस हादसे में जलकर मौत हुई है।
वहीं, 18 लोगों को जली और घायल अवस्था में पीएमसीएच में ले जाया गया है। इनमें से 12 लोगों को तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया है। इनमें से तीन की हालत बेहद ही नाजुक बनी हुई है।
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड (Patna Hotel Fire)
जब आग लगने की घटना हुई, तो होटल में उस समय कई लोग मौजूद थे। डीजी फायर शोभा अहोतकर ने कहा कि जानकारी मिलने के कुछ मिनट के भीतर ही कई गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में लग गईं। 51 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की सहायता से दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। होटल और आसपास की इमारत से करीब 35 लोगों को निकाला गया।
आग लगने की घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। बिल्डिंग में मौजूद करीब तीन दर्जन लोगों को कड़ी मशक्कत से बाहर निकाला गया। इस दौरान आग से हुई अफरातफरी के कारण झुलसे और घायल हुए करीब 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि करीब दो घंटे तक होटल में आग धधकती रही। आग इतनी भयावह थी कि इसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड कर्मियों के इंतजाम नाकाफी साबित हुए।
चश्मदीद ने दिया बयान
BSF जवान ने बताया, मैं ऑर्डर देने के बाद हाथ धोने गया था। वो लोग मसाला डाल रहे थे। अचानक प्लास्टिक में आग लगी फिर सिलेंडर ने आग पकड़ ली। पहला सिलेंडर ब्लास्ट हुआ, फिर दूसरा सिलेंडर ब्लास्ट हुआ। नीचे से ऊपर आग फैलती चली गई। तीन लोग नीचे कूद गए। एक महिला भी जान बचाने के लिए नीचे कूदी। एक युवक का पैर टूट गया। करीब 45 मिनट के बाद फायर ब्रिगेड पहुंची।
लोग इधर-उधर भागने लगे। 6 से ज्यादा सिलेंडरों में ब्लॉस्ट हुए। करीब तीन घंटे तक स्टेशन जाने वाली रोड को बंद कर दिया गया।
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