नई दिल्ली: जब डोनाल्ड ट्रंप की 2024 की चुनावी रणनीतियों की बात होती है, तो उनकी टीम के कई प्रमुख पुरुष समर्थकों का नाम सामने आता है, जैसे एलॉन मस्क, हल्क होगन और रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर। लेकिन ट्रंप की टीम में कुछ मजबूत और सक्षम महिलाएं भी हैं, जिन्होंने उन्हें व्हाइट हाउस में फिर से लाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आइए, जानते हैं उन चार वंडर वुमन के बारे में, जिन्होंने ट्रंप के इस मिशन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
तुलसी गबार्ड: राष्ट्रीय खुफिया निदेशक
अमेरिका की पहली हिंदू सांसद, तुलसी गबार्ड को ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया विभाग का निदेशक नियुक्त किया है। तुलसी गबार्ड, जिन्होंने पहले डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़कर रिपब्लिकन पार्टी का रुख किया था। इन्होने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप का समर्थन किया था। अपनी पार्टी बदलने के बावजूद, तुलसी ने अपने राजनीतिक सफर में अपनी स्वतंत्र सोच और कड़े फैसलों से पहचान बनाई है। वह खुफिया मामलों में व्हाइट हाउस की सलाहकार के रूप में काम करेंगी और अमेरिकी जासूसी एजेंसियों की कार्यप्रणाली की निगरानी करेंगी। इसके अलावा, वह अक्सर पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की निंदा करती रही हैं, जो उनके कड़े और स्वतंत्र दृष्टिकोण को दिखाता है।
एलिस स्टेफैनिक: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत
ट्रंप ने न्यूयॉर्क से सांसद एलिस स्टेफैनिक को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के रूप में चुना है। स्टेफैनिक, जो ट्रंप की कट्टर समर्थक रही हैं, हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ी-लिखी हैं और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के प्रशासन में भी कार्य कर चुकी हैं। 2019 में, महाभियोग के दौरान भी उन्होंने ट्रंप का समर्थन किया और ट्रंप के खिलाफ उठ रहे आरोपों का कड़ा विरोध किया। एलिस इजरायल की मजबूती की मुखर समर्थक रही हैं और उनकी इस नीति को उन्होंने कई मंचों पर प्रकट किया है। ट्रंप के लिए उनकी वफादारी और रणनीतिक सोच ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए योग्य बना दिया है।
क्रिस्टी नोएम: होमलैंड सिक्योरिटी मिनिस्टर
दक्षिण डकोटा की गवर्नर क्रिस्टी नोएम को ट्रंप ने अपने कार्यकाल में होमलैंड सिक्योरिटी मिनिस्टर के पद पर नियुक्त किया है। क्रिस्टी नोएम ने 2018 में दक्षिण डकोटा की पहली महिला गवर्नर के रूप में शपथ ली थी और ट्रंप के समर्थन से यह जीत हासिल की थी। उन्हें सीमाओं की सुरक्षा, साइबर खतरों से निपटने और आतंकवाद से संबंधित जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। वह सख्त और निर्णायक फैसले लेने के लिए जानी जाती हैं और उनकी इस कार्यशैली से ट्रंप को पूरा विश्वास है कि वह अमेरिका की सुरक्षा मामलों में नीतिगत बदलाव ला सकती हैं।
सूजी वाइल्स: व्हाइट हाउस की पहली महिला चीफ ऑफ स्टाफ
ट्रंप ने 67 वर्षीय सूजी वाइल्स को व्हाइट हाउस का चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया है, जो इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला बन गई हैं। सूजी, जो ट्रंप के 2016 और 2020 के चुनावी अभियानों का अहम हिस्सा रही हैं, उन्हें एक सशक्त नेता के रूप में जाना जाता है। ट्रंप ने सूजी को लेकर कहा कि उन्होंने अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत दिलाने में उनकी मदद की।
सूजी की नेतृत्व क्षमता, अनुशासन और मेहनत को ट्रंप और उनके सहकर्मी दोनों ही गहरे सम्मान की नजरों से देखते हैं। उनका चुनाव यह भी संदेश देता है कि ट्रंप महिला वोटरों के बीच एक सकारात्मक संदेश देना चाहते हैं, खासकर जब उन्होंने अपनी चुनावी रणनीतियों में महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर कई विवादों का सामना किया था।
इन चार महिलाओं ने डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक अभियान में अपनी अहम भूमिका निभाई है, और वह केवल ट्रंप के समर्थक ही नहीं, बल्कि उनके नेतृत्व में शक्ति, स्वतंत्रता और विकास की नई दिशा की प्रतीक बन चुकी हैं। उनकी नियुक्तियां न सिर्फ राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हैं, बल्कि यह महिलाओं को प्रमुख राजनीतिक पदों पर पहुंचने के लिए एक प्रेरणा भी देती हैं।
चाहे वह राष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों का प्रबंधन हो, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजनयिक ताकत को बढ़ाना हो, होमलैंड सुरक्षा की जिम्मेदारी हो या व्हाइट हाउस की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका इन वंडर वुमन ने ट्रंप के अगले कार्यकाल के लिए अपनी ताकत और काबिलियत का लोहा मनवाया है।
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