रांची : झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार अब एक अहम मोड़ पर है। कैबिनेट का फार्मूला तैयार होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कोटे से मंत्री बनाए जाने वाले विधायकों के नाम तय हो गए हैं। इस लिस्ट में कुल नौ विधायक शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश ने पहले भी सरकार में मंत्री पद का अनुभव लिया है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में झामुमो, कांग्रेस और राजद के नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, और उम्मीद की जा रही है कि ये परिवर्तन सरकार को और अधिक सक्रिय बनाएंगे।
झामुमो से छह विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होंगे, जिनमें सुदीव्य कुमार सोनू, चमरा लिंडा, हफीजुल हसन, रामदास सोरेन, दीपक बिरुवा और योगेंद्र प्रसाद के नाम प्रमुख हैं। झामुमो के ये विधायक पहले भी सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं, और उनकी वापसी से राज्य की राजनीति में नयापन आएगा। हफीजुल हसन, रामदास सोरेन और दीपक बिरुवा ऐसे नाम हैं, जो पहले हेमंत सरकार में मंत्री रह चुके हैं। इनकी वापसी से राज्य में शिक्षा, प्रशासन और विकास की दिशा में नई ऊर्जा मिलेगी। खासकर रामदास सोरेन, जो घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से पुनः निर्वाचित हुए हैं, ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद शिक्षा मंत्री का पद संभाला था। दीपक बिरुवा का पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा विधानसभा क्षेत्र से पुनः निर्वाचन भी इस बात का संकेत है कि उनका कामकाज जनता में काफी लोकप्रिय है।
कांग्रेस के चार विधायक भी हेमंत सरकार में मंत्री बनाए जा रहे हैं। इनमें इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह पहले भी मंत्री पद पर रह चुके हैं। इरफान अंसारी, जिन्होंने जामताड़ा सीट पर भाजपा की सीता सोरेन को हराकर जीत दर्ज की, अब राज्य सरकार में अपनी भूमिका निभाने जा रहे हैं। वहीं, दीपिका पांडेय सिंह, जो महागामा से फिर से निर्वाचित हुई हैं, भी मंत्रिमंडल में शामिल हो रही हैं। इसके अलावा, मांडर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की पहली बार मंत्री बनेंगी। शिल्पी, जो पूर्व मंत्री बंधु तिर्की की पुत्री हैं, की इस बार मंत्री बनने पर खास नजरें हैं।
राजद के कोटे से संजय प्रसाद यादव को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है, जो राज्य की राजनीति में अपनी पहचान बना चुके हैं। यह विस्तार राज्य सरकार के लिए एक नया अध्याय लेकर आएगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि ये मंत्री अपने क्षेत्रों में किस तरह से काम करेंगे।