बिजनेस डेस्क : एल एंड टी (L&T) के चेयरमैन एस एन सुब्रह्मण्यन की ओर से सप्ताह में 90 घंटे काम करने की सलाह देने के बाद से सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है। उनकी इस टिप्पणी को लेकर न केवल कारोबारी जगत, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री से भी आलोचनाएं आ रही हैं। ऐसा ही विवाद कुछ महीनों पहले इंफोसिस के को-फाउंडर द्वारा 70 घंटे काम करने की सलाह देने के बाद भी देखने को मिला था, जिससे यह मामला एक बार फिर से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।
क्या था पूरा मामला?
एल एंड टी के चेयरमैन एस एन सुब्रह्मण्यन ने हाल ही में अपनी कंपनी के कर्मचारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सप्ताह में 90 घंटे काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवाता, अगर ऐसा कर पाता तो मुझे खुशी होती, क्योंकि मैं खुद रविवार को काम करता हूं।
इसके बाद, उनके एक और बयान ने अधिक विवाद पैदा कर दिया। उन्होंने कर्मचारियों से यह तक कह दिया कि आप घर पर अपनी पत्नी को कितनी देर तक निहार सकते हो, घर पर कम और ऑफिस में ज्यादा समय बिताओ। यही बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग उनकी आलोचना करने लगे।
बॉलीवुड और व्यापार जगत से आलोचनाएं
एल एंड टी के चेयरमैन के इस बयान ने कई लोगों को नाराज किया। कारोबारी जगत के मशहूर नाम, जैसे कि आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका, भी इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर ऐसा काम किया जाएगा तो कंपनी का नाम भी बदल देना चाहिए और रविवार को ‘सन-ड्यूटी’ कहना चाहिए।
वहीं, बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने भी इस बयान की आलोचना की। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि यह जानकर शॉक लगा कि इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति ऐसे बयान दे सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है।
चीनी वर्क कल्चर का उदाहरण
इस 90 घंटे काम करने की सलाह को देने के दौरान, सुब्रह्मण्यन ने चीनी वर्क कल्चर का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि एक चीनी व्यक्ति ने दावा किया था कि अगर चीन को अमेरिका से आगे बढ़ना है, तो वहां के कर्मचारी सप्ताह में 90 घंटे काम करते हैं, जबकि अमेरिका में यह संख्या 50 घंटे है। इसके बाद, उन्होंने अपने कर्मचारियों से पूछा कि अगर वे दुनिया में सबसे ऊपर रहना चाहते हैं, तो क्या वे भी 90 घंटे काम करने के लिए तैयार हैं?
कंपनी ने दी सफाई
इस बयान को लेकर एल एंड टी ने अब सफाई दी है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमारे अध्यक्ष की टिप्पणी इस बड़ी महत्वाकांक्षा को दर्शाती है जो असाधारण प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित करती है। हम मानते हैं कि भारत का यह दशक है और हमें सामूहिक समर्पण के साथ देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम करना होगा।
एल एंड टी ने यह भी कहा कि वे एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देते हैं जहां जुनून, उद्देश्य और प्रदर्शन पर जोर दिया जाता है और यह केवल असाधारण परिणामों के लिए असाधारण प्रयास की आवश्यकता पर आधारित है।