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हिज्बुल्लाह के सीनियर कमांडर मोहम्मद हम्मादी की हत्या: इजरायल-लेबनान संघर्ष विराम की समय सीमा से पहले बड़ा हमला

हिज्बुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद हम्मादी की हत्या के पीछे का उद्देश्य और हमलावरों की पहचान फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है।

by Rakesh Pandey
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सेंट्रल डेस्क : मंगलवार को लेबनान के पश्चिमी बेका क्षेत्र में एक बड़ा हमला हुआ, जिसमें हिज्बुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद हम्मादी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो वाहनों में सवार हमलावरों ने मचघरा शहर में स्थित हम्मादी के घर के बाहर उन्हें निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलियां चलायीं। हम्मादी को कई गोलियां लगीं और गंभीर रूप से घायल हो गए। तुरंत ही उन्हें पास के सोहमोर अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हमले के बाद हमलावर फरार हो गए। स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

हत्या की परिस्थितियां और कारण का अब तक न पता चलना

लेबनान के प्रमुख समाचार पत्र अल-अखबार के अनुसार, यह हत्या मोहम्मद हम्मादी के घर के सामने की गई, जब वह घर के बाहर खड़े थे। हमलावरों ने दो गाड़ियों में आकर उन्हें गोली मारी, लेकिन हत्या के पीछे का उद्देश्य और हमलावरों की पहचान फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है। यह हत्या एक ऐसे समय पर हुई है, जब लेबनान और इजरायल के बीच संघर्षविराम समझौते की समयसीमा खत्म होने वाली है। इस कारण, इस हत्या को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं और यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह हत्या संघर्षविराम से पहले क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाने का हिस्सा है?

सुरक्षाबलों ने किया मचघरा की घेराबंदी

मोहम्मद हम्मादी की हत्या के बाद लेबनान की सेना ने मचघरा शहर को घेर लिया और पूरे पश्चिमी बेका क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सुरक्षाबलों ने इलाके में मोबाइल चेकपॉइंट स्थापित किए हैं और हमलावरों की तलाश तेज कर दी है। हालांकि, हिज्बुल्लाह की ओर से इस हत्या पर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन हत्या के बाद इलाके में तनाव काफी बढ़ गया है।

संघर्षविराम की समयसीमा और क्षेत्रीय तनाव

इस घटना के बीच, उत्तरी लेबनान में इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच संघर्षविराम का पहला चरण समाप्त होने जा रहा है। इस समझौते के तहत, इजरायल की सेना को दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना की वापसी करनी है और अपनी तैनाती को सीमा के इजरायली हिस्से तक सीमित करना है। हालांकि, एक वरिष्ठ पश्चिमी राजनयिक ने कहा है कि इस समयसीमा के महत्व को लेकर कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा और इजरायल सेना की वापसी प्रक्रिया जारी रहेगी।

सीरियाई सरकार की भूमिका और बयान

इस घटनाक्रम के बीच सीरिया ने भी महत्वपूर्ण बयान दिया है। नई सीरियाई सरकार ने लेबनान के साथ अपनी साझा सीमा पर स्थिरता बनाए रखने की इच्छा जताई है। सीरिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और इजरायल को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह ईरान और हिज्बुल्लाह को सीरिया से लेबनान तक हथियारों की आपूर्ति फिर से शुरू करने से रोकने के लिए तैयार है। यह कदम लेबनान के लिए एक अहम स्थिति है, क्योंकि इस तरह की आपूर्ति क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित करती है।

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