कोलकाता : हावड़ा में कचरा निस्तारण को लेकर एक बार फिर विवाद की स्थिति बन गई है। हावड़ा नगर निगम द्वारा कचरा डंप करने के लिए नया स्थान चुने जाने के बावजूद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
मंत्री का आदेश, नई डंपिंग साइट का चयन
नगर विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बेलगछिया स्थित कचरा डंपिंग ग्राउंड में कचरा डालने पर रोक लगाने का आदेश दिया था। इसके बाद, प्रशासन ने हावड़ा नगर निगम के 47 नंबर वार्ड में पुलिस अकादमी और हिंदी विश्वविद्यालय के पास स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के खाली मैदान में कचरा डंप करने का निर्णय लिया। मंत्री के आदेश के बाद, नगर निगम की सफाई विभाग ने मंगलवार रात से ही तैयारी शुरू कर दी थी।
स्थानीय लोगों का जबरदस्त विरोध
बुधवार सुबह जब 20 से अधिक कचरा लदी गाड़ियां निर्धारित स्थल पर पहुंचीं, तो स्थानीय लोग वहां इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। विरोध इतना तीव्र था कि गाड़ियां सड़क पर कतार में खड़ी रह गईं, लेकिन कचरा नहीं डाला जा सका। स्थानीय लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया और गाड़ियों को आगे बढ़ने से रोका।
नगर निगम कर्मचारियों को लौटना पड़ा
स्थानीय लोगों के विरोध के कारण निगम के कर्मचारियों को कचरा फेंके बिना ही गाड़ियां लौटानी पड़ीं। इस घटना ने इलाके में तनाव का माहौल बना दिया है। स्थानीय लोग किसी भी हालत में इस क्षेत्र में कचरा डंपिंग की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं हैं।
नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे
हंगामे की जानकारी मिलने पर हावड़ा नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन स्थानीय विरोध के कारण कचरा डंपिंग का काम शुरू नहीं हो सका। अधिकारियों ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया, लेकिन विरोध जारी रहा।
स्थानीय लोगों की स्थिति और प्रशासन की चुनौती
यह घटना प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई है, क्योंकि स्थानीय लोग अपने इलाके में कचरा डंपिंग की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं हैं। इस विरोध ने नगर निगम के कचरा निस्तारण की योजनाओं को भी सवालों के घेरे में डाल दिया है।