नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने गुरुजी के भक्तों से कथित रूप से 9 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी मोहित वाधवा उर्फ मैनू (उम्र 44) को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी दिल्ली के सबहास नगर क्षेत्र से की गई।
क्या है मामला?
शिकायतकर्ता गुरप्रीत कौर राय की रिपोर्ट के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया था। कुल चार अलग-अलग परिवारों से संबंधित 14 पीड़ितों ने शिकायत की थी कि मोहित वाधवा और उसके सहयोगियों ने उन्हें उच्च रिटर्न का झांसा देकर निवेश करवाया। सभी पीड़ित दक्षिण दिल्ली के छतरपुर स्थित बड़े मंदिर में सत्संग के दौरान गुरु जी के अनुयायी बने थे।
निवेश का झांसा देकर की 9 करोड़ की ठगी
आरोपी और उसके सहयोगियों ने पीड़ितों से कहा कि वे दुबई की विभिन्न योजनाओं में निवेश कराएं, जिससे उन्हें बड़ा मुनाफा मिलेगा। सितंबर 2017 से सितंबर 2020 के बीच कई किश्तों में पीड़ितों से कुल 9 करोड़ रुपये एकत्र किए गए। न तो निवेश से संबंधित कोई दस्तावेज दिए गए और न ही रकम वापस की गई।
ईओडब्ल्यू ने दर्ज की एफआईआर
दिल्ली पुलिस की EOW ने 27 जुलाई 2021 को भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी। शुरुआती जांच में सभी लेन-देन की पुष्टि पीड़ितों और आरोपियों के बैंक खातों के माध्यम से की गई।
आरोपी के खुलासे
EOW की विशेष टीम ने 9 मई को आरोपी मोहित वाधवा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह जल्दी अमीर बनने की चाह में इस तरह की योजना बनाने लगा। उसने अपने निजी निवास पर सत्संग आयोजित किए जहां गुरु जी के अनुयायी बड़ी संख्या में आते थे।
क्रिप्टोकरेंसी में किया निवेश
वाधवा ने बताया कि पीड़ितों से मिली राशि का कुछ हिस्सा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया गया, जबकि शेष रकम उसने अपनी आलीशान जीवनशैली पर खर्च कर दी। यह भी सामने आया है कि वह इससे पहले भी इसी प्रकार की ठगी के एक अन्य मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
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