Chaibasa : चाईबासा शहर में तालाबों पर भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा किए जाने के मामलों को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। उपायुक्त चंदन कुमार द्वारा 1964 के नक्शे के आधार पर चाईबासा के 12 पुराने तालाबों की पहचान शुरू की गई। लेकिन मौके पर सिर्फ दो तालाब ही दिखे, इनमें भी अतिक्रमण पाया गया। इस मामले की खबर द फोटान न्यूज में प्रकाशित होने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और अंचल अधिकारी उपेंद्र कुमार ने तीन लोगों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर कब्जा हटाने का निर्देश दिया है।
नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि यदि तय समय सीमा में कब्जा नहीं हटाया गया, तो विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। इनमें बड़ा नीमडीह का भीम तालाब, नवेटिया गेस्ट हाउस के पास का तालाब और तमाड़ बांध तालाब शामिल हैं, जहां अवैध तरीके से मिट्टी भराई कर कब्जा किया गया है।

सीओ ने कहा है कि झारखंड उच्च न्यायालय के आदेशों के आलोक में जल स्रोतों को अतिक्रमण से मुक्त कराना जरूरी है। चाहे तालाब निजी हो या सरकारी, उसमें भराई करना कानूनन अपराध है। प्रशासन द्वारा अब तक सात तालाबों का सर्वे किया जा चुका है, शेष पर कार्य जारी है।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कब्जाधारी नोटिस के बाद भी तालाब खाली नहीं करते, तो उनके खिलाफ जुर्माना, अतिक्रमण हटाना, जेल की सजा और मुकदमा जैसी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम चाईबासा में जल स्रोतों को संरक्षित करने और भू-माफियाओं पर लगाम लगाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।