सेंट्रल डेस्क : आज का युग डिजिटल युग है और इस युग की सबसे प्रभावशाली ताकत है सोशल मीडिया। संचार, शिक्षा, व्यापार और सामाजिक जागरूकता का सबसे तेज़ माध्यम बन चुका सोशल मीडिया, हर साल 30 जून को ‘सोशल मीडिया दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। यह दिन सोशल मीडिया के प्रभाव और योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
Social Media Day 2025 : सोशल मीडिया दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई
सोशल मीडिया दिवस (Social Media Day) की शुरुआत साल 2010 में मशहूर डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘Mashable’ ने की थी। इसका उद्देश्य सोशल मीडिया के ज़रिए दुनिया भर में हो रहे सकारात्मक बदलावों को मान्यता देना था।
दुनिया का पहला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘SixDegrees’ था, जिसे 1997 में Andrew Weinreich ने लॉन्च किया था। इसके बाद फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म्स ने वैश्विक संचार को पूरी तरह बदल दिया।
Social Media Day 2025 : सोशल मीडिया क्या है और क्यों है यह ज़रूरी
सोशल मीडिया ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का समूह है, जहां व्यक्ति, संस्थान और समूह एक-दूसरे से संवाद कर सकते हैं, जानकारी साझा कर सकते हैं और समुदाय बना सकते हैं। सोशल मीडिया ने…
शिक्षा और रोजगार के अवसरों को बढ़ाया है
वैश्विक स्तर पर रिश्तों और नेटवर्क को मजबूत किया है
छोटे व्यापारों को भी वैश्विक पहचान दिलाई है
आजकल स्कूल, विश्वविद्यालय, सरकार, मीडिया और उद्योग तक सोशल मीडिया के उपयोग से सीधे जुड़ चुके हैं।
सोशल मीडिया के फायदे
- वैश्विक संपर्क और संवाद
सोशल मीडिया की मदद से आप दुनिया के किसी भी कोने में मौजूद व्यक्ति से कुछ ही सेकंड में जुड़ सकते हैं।
- सामाजिक जागरूकता
समाज से जुड़े मुद्दों पर तेजी से सूचना फैलाना और जनजागरूकता अभियान चलाना आसान हो गया है।
- व्यापार में वृद्धि
कंपनियाँ सोशल मीडिया के ज़रिए ग्राहकों से जुड़ती हैं, ब्रांड प्रचार करती हैं और विश्वास निर्माण करती हैं।
- शिक्षा और ई-लर्निंग
ऑनलाइन टूल्स, वीडियो, कोर्स और चर्चाओं के माध्यम से छात्र भी लाभान्वित हो रहे हैं।
सोशल मीडिया के नुकसान
- साइबर बुलींग और फ्रॉड
फेक प्रोफाइल बनाकर लोगों को परेशान करना और धोखाधड़ी करना आम होता जा रहा है।
- गलत सूचना और अफवाहें
झूठी खबरों का प्रसार तेजी से होता है, जिससे सामाजिक तनाव और भ्रम की स्थिति बनती है।
- डेटा प्राइवेसी का खतरा
उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी का दुरुपयोग एक बड़ी समस्या बन गई है।
- मानसिक स्वास्थ्य पर असर
सोशल मीडिया की लत से तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
- वैचारिक ध्रुवीकरण
एल्गोरिदम के कारण उपयोगकर्ता केवल अपनी पसंद की जानकारी देखते हैं, जिससे खुली बहस और विविध विचारों के लिए स्थान सीमित होता जा रहा है।
सोशल मीडिया के रोचक तथ्य
दुनिया की 60% से ज्यादा आबादी सोशल मीडिया का उपयोग करती है।
हर मिनट लगभग 510,000 कमेंट्स और 293,000 स्टेटस अपडेट फेसबुक पर होते हैं।
इंस्टाग्राम पर प्रतिदिन 95 मिलियन से अधिक तस्वीरें अपलोड होती हैं।
सोशल मीडिया मार्केटिंग अब 200 अरब डॉलर से अधिक का उद्योग बन चुका है।