Ranchi: झारखंड ने स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। केंद्र सरकार ने राज्य में दो AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) आधारित दवा एवं चिकित्सा उपकरण परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना को स्वीकृति दे दी है। इसके अलावा, एक AI-पावर्ड फूड सेफ्टी लैब की भी मंजूरी प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
इस तकनीकी पहल के बाद झारखंड को दवाओं, मेडिकल उपकरणों और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच के लिए अब अन्य राज्यों पर निर्भर नहीं रहना होगा। यह कदम न केवल राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती देगा, बल्कि जनता को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित सेवाएं सुनिश्चित करेगा।
इन AI-पावर्ड लैब्स से होंगे ये महत्वपूर्ण फायदे
पारदर्शिता और गुणवत्ता में आएगा सुधार
AI तकनीक से लैस ये आधुनिक लैब्स जांच प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएंगी, जिससे स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा से जुड़े मानकों का सख्ती से पालन संभव हो सकेगा।
नकली व घटिया उत्पादों पर लगेगी रोक
दवाओं और मेडिकल उपकरणों की सटीक जांच से नकली और घटिया उत्पादों की पहचान आसान होगी, जिससे बाजार में केवल प्रमाणित और सुरक्षित उत्पाद ही पहुंच पाएंगे।
तेजी और सटीकता से होगा परीक्षण
कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से जांच प्रक्रिया तेज और अधिक सटीक होगी। इसका लाभ सीधे मरीजों और उपभोक्ताओं को मिलेगा, क्योंकि उन्हें जल्दी और सटीक परिणाम मिलेंगे।
विशेषज्ञों की राय : झारखंड के लिए गेम चेंजर साबित होंगी ये प्रयोगशालाएं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ये AI-पावर्ड लैब्स झारखंड के पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को तकनीकी रूप से सशक्त बनाएंगी। इससे न सिर्फ निर्णय प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि जांच रिपोर्ट्स समय पर मिलने से इलाज में भी देरी नहीं होगी।
इसके अलावा, खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित होने से लोगों को मिलेंगे बेहतर और सुरक्षित खानपान विकल्प। यह पहल झारखंड के लिए टेक्नोलॉजी और हेल्थ सर्विस के संगम की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
टेक्नोलॉजी और भरोसे का नया युग
AI आधारित इन लैब्स की स्थापना से झारखंड अब स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो चुका है। आने वाले समय में यह राज्य न सिर्फ तकनीकी दृष्टिकोण से मजबूत होगा, बल्कि अपने नागरिकों को एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य भी प्रदान करेगा।
Also Read: RANCHI NEWS: रिम्स टू बनेगा विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान, स्वास्थ्य क्रांति की ओर बढ़ रहा झारखंड: डॉ इरफान अंसारी