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Jamshedpur News : जमशेदपुर में बाढ़ से आंशिक राहत, स्वर्णरेखा का जलस्तर घटा, लेकिन खरकई अब भी उफान पर

मानगो पुल के पास स्वर्णरेखा का जलस्तर अब खतरे के निशान 121.50 मीटर से नीचे आकर 120.66 मीटर पर पहुंच गया है

by Mujtaba Haider Rizvi
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Jamshedpur News : पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश के बाद पूर्वी सिंहभूम जिले में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई थी, लेकिन रविवार को हालात में कुछ सुधार के संकेत मिले हैं। स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है, जिससे कुछ इलाकों में पानी उतरने लगा है और लोगों को थोड़ी राहत मिली है।

मानगो पुल के पास स्वर्णरेखा का जलस्तर अब खतरे के निशान 121.50 मीटर से नीचे आकर 120.66 मीटर पर पहुंच गया है। इससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलजमाव कम होने लगा है, लेकिन प्रशासन अब भी सतर्क है और नदी के तटीय इलाकों पर नजर बनाए हुए है। हालांकि दूसरी ओर, खरकई नदी का जलस्तर अब भी चिंताजनक बना हुआ है। आदित्यपुर पुल के पास नदी 132.79 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान 129 मीटर से कहीं ऊपर है। इसका असर जमशेदपुर के निचले इलाकों जैसे कदमा, शास्त्रीनगर, बागबेड़ा, सोनारी और आदित्यपुर में साफ देखा जा सकता है, जहां घरों में पानी घुस गया है। कई मोहल्लों में लोग नाव से आ-जा रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन कर रहे हैं।

जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्यों में लगातार लगी हुई हैं। जरूरतमंदों तक भोजन, पीने का पानी, दवाइयां, टॉर्च और अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी के किनारे न जाएं और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करें। पिछले 24 घंटे में जिले में 85 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने और सभी बांधों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।

संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल और राहत टीमें तैनात की गई हैं। तटीय क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। स्थिति की लगातार निगरानी हो रही है और किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए कई अस्थायी शिविर बनाए हैं जहां भोजन, चिकित्सा और रहने की उचित व्यवस्था की गई है। हालांकि स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर में आई गिरावट सकारात्मक संकेत है, लेकिन जब तक खरकई का स्तर सामान्य नहीं होता, प्रशासन का अलर्ट मोड में रहना जरूरी है।

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