गोड्डा : पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा दिलाने के लिए केवाईसी (नो योर कस्टमर) अपडेट करने के नाम पर एक निजी कंपनी के सुरक्षा गार्ड से 86 हजार रुपये की साइबर ठगी कर ली गई है। नगर थाना में भुक्तभोगी कुंदन यादव ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। घटना मंगलवार की दोपहर की है।
बिरसा सेक्युरिटी कंपनी में निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में सदर अस्पताल गोड्डा में तैनात कुंदन यादव दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड के कुरमा हाट के रहने वाले हैं। वर्तमान में कुंदन का परिवार गोड्डा के रामनगर के निकट बेलडीहा गांव में रहता है।
कुंदन ने बताया कि उन्हें पूर्व में पीएम किसान सम्मान निधि से दो हजार रुपये मिले थे।इसके बाद कोई राशि नहीं मिली है। मंगलवार की दोपहर उन्हें 9800183171 नंबर से किसी उदय मंडल का फोन आया कि वह सरैयाहाट प्रखंड से बाेल रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा उनके खाते में नहीं जा रहा है। इस कारण बैंक खाता के केवाईसी को अपडेट करना होगा।
इसके लिए एक लिंक भेजा गया है, उसे क्लिक करने पर केवाईसी अपडेट हो जाएगा। थोड़ी देर बाद उसी व्यक्ति ने दूसरे नंबर 6302810820 से काल किया। तब कुंदन ने लिंक को क्लिक किया। इसके बाद ही चंद घंटे में ही उनके खाते से तीन बार पैसे की निकासी कर ली गई।
कुंदन बनाया कि पहले यूनियन बैंक के खाते से 42 हजार रुपये की निकासी की गई फिर एसबीआई के खाते से 19 हजार और अंतिम बार फिर से यूनियन बैंक के खाते से 25 हजार रुपये की निकासी कर ली गई। इसका मैसेज मोबाइल में आने के बाद कुंदन का माथा ठनका।
वह दौड़े-दौड़े बैंक में जाकर इसकी पड़ताल की तो पता चला कि साइबर ठगों ने उनके मोबाइल को हैक कर कुल 86 हजार रुपये की निकासी कर ली है। कुंदन ने बताया कि साइबर ठगों ने उनके मोबाइल पर एनीडेस्क नामक एप का लिंक भेजा था, जिसे खोलने के बाद ही उनके खाते से राशि की निकासी की गई।
कुंदन ने बताया कि बाद में जब उक्त दोनों नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो फोन रिसीव नहीं हुआ। मोबाइल में पश्चिम बंगाल को लोकेशन शो कर रहा है। कुंदन ने बताया कि वे सरैयाहाट प्रखंंड के हंसडीहा के निकट कुरमा हाट गांव के रहने वाले हैं। यहां वे अपने भाई के बिरसा सेक्यूरिटी कंपनी में गार्ड की नौकरी करते हैं।
प्रति माह मात्र आठ हजार रुपये का मानदेय मिलता है। दोनों भाई सदर अस्पताल में ही ड्यूटी करते हैं। गांव में घर बनाने के लिए बैंक में पाई-पाई जमा कर रहे थे। कुंदन को अब इस बात की भी चिंता साल रही है कि साइबर ठगों ने उसके हंंसडीहा के बैंक खाता को भी नहीं खंगाल दिया है।
बुधवार को कुंदन इसकी जांच के लिए हंसडीहा गए हैं। साइबर ठगी के बाद कुंदन का परिवार काफी निराश है और पुलिस से मामले की जांच पड़ताल कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
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साइबर ठगी के मामले में भुक्तभोगी की ओर से पुलिस को दिए गए आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया है। तकनीकी जांच के लिए देवघर के साइबर थाना से ही सहयोग लिया जाएगा। साइबर ठगों के जाल में लोग फंस रहे हैं।
लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। पुलिस की ओर से इसके लिए लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। – उपेंद्र कुमार महतो, थाना प्रभारी, नगर थाना, गोड्डा।