पटना : बिहार मंत्रिमंडल ने राज्य में माध्यमिक और उच्च कक्षाओं के लिए 69,692 शिक्षकों की नयी भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 69,692 शिक्षकों की नयी भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव (कैबिनेट सचिवालय) एस सिद्धार्थ ने कहा कि मंत्रिमंडल ने विभिन्न कक्षाओं के लिए 69,692 शिक्षकों की भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। भर्ती बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा की जाएगी। बीपीएससी यह प्रक्रिया फिलहाल राज्य में चल रही 1.70 लाख भर्ती पूरी करने के बाद शुरू करेगी।
शिक्षा सेवकों और विकास मित्रों के मासिक मानदेय 22,000 रुपये हुआ :
एस सिद्धार्थ ने कहा कि सरकार के इस फैसले से राज्य में पहले पंचायती राज संस्थानों और शहरी स्थानीय निकायों के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति अब बीपीएससी द्वारा की जायेगी। मंत्रिमंडल ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में कार्यरत ‘शिक्षा सेवकों’ और ‘विकास मित्रों’ के मासिक मानदेय बढ़ाये जाने को भी मंजूरी दे दी है। सिद्धार्थ ने कहा कि मंत्रिमंडल ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत लगभग 30,000 शिक्षा सेवकों (तालिमी मरकज़ सहित) का मासिक मानदेय 11,000 रुपये प्रति माह से बढाकर तत्काल प्रभाव से 22,000 रुपये किये जाने की मंजूरी दे दी है।
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विकास मित्रों के मानदेय में भी हुई बढ़ोतरी :
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के एससी और एसटी कल्याण विभाग के तहत राज्य की विभिन्न पंचायतों में काम करने वाले लगभग 9825 विकास मित्रों का मानदेय एक सितंबर से 13,700 प्रति माह से बढाकर 25,000 रुपये किये जाने को भी मंजूरी दी गई है। अब, उन्हें हर साल पांच प्रतिशत वार्षिक वेतन वृद्धि भी मिलेगी।