सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के झिमड़ी पंचायत के कूमडीह गांव से अपहृत युवती को पुलिस ने रविवार को बरामद कर लिया है। युवती को बरामद करने के साथ ही पुलिस ने आरोपी युवक तस्लीम अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने तस्लीम अंसारी से पूछताछ की है। इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है। गौरतलब है कि अपहरण की इस घटना के विरोध में झिमड़ी के कूमडीह गांव में शनिवार को बवाल हो गया था। इसके बाद प्रशासन ने झिमड़ी के कूमडीह गांव में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार राय ने इस आशय की अधिसूचना जारी की, जो झिमड़ी और आसपास के गांवों में तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है।
गांव में गश्त कर रहे हैं जवान
हालांकि, अब गांव में स्थिति सामान्य है। सुरक्षा बल के जवान गांव की गलियों में गश्त कर रहे हैं। कई थानों की पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है। प्रशासनिक अधिकारी लगातार गांव का दौरा कर हालात पर निगाह रखे हुए हैं। तनाव खत्म करने के लिए जिला प्रशासन दोनों समुदाय के लोगों के संपर्क में है। ताकि, भविष्य में किसी भी तरह की कोई घटना से बचा जा सके।
इन गतिविधियों की रहेगी मनाही
जारी अधिसूचना के अनुसार, निषेधाज्ञा का क्षेत्र उत्तर में सिंदूरपुर, दक्षिण में मुरू, पूर्व में लाकड़ी और पश्चिम में किशुनडीह गांव तक फैला रहेगा। इस दौरान पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने, किसी भी प्रकार की सभा, जुलूस, धरना, रैली, ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग, हथियार लेकर चलने या उनके प्रयोग पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।
आवश्यक कामों के लिए रहेगी छूट
हालांकि, इस निषेधाज्ञा में कुछ आवश्यक सेवाओं और गतिविधियों को छूट दी गई है। इसमें क्षेत्र में कार्यरत प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस बल, आपात सेवाओं से जुड़े वाहन, विद्यार्थियों का शिक्षण संस्थान आना-जाना, शव यात्रा, विवाह और धार्मिक कार्यों में शामिल लोगों का आना-जाना शामिल है। इसके अतिरिक्त, सिख समुदाय द्वारा कृपाण और नेपाली समुदाय द्वारा खुकरी धारण पर भी यह आदेश प्रभावी नहीं होगा। प्रशासन की ओर से स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। अधिकारियों ने क्षेत्रवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।