आरा : प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के चलते बिहार के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। खासकर आरा स्टेशन पर एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें यात्रियों ने संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में तोड़फोड़ की। इस दौरान एसी कोच के शीशे भी टूट गए। आरा स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ इतनी अधिक थी कि जिनके पास टिकट थे, वे ट्रेन में चढ़ने में असमर्थ रहे। इसका कारण यह था कि पहले से सवार यात्रियों ने ट्रेन के गेट को अंदर से बंद कर लिया था।
2 मिनट का था ट्रेन का स्टॉपेज, लेकिन भीड़ की वजह से नहीं चढ़ पाए यात्री
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का आरा में स्टॉपेज केवल 2 मिनट का था। जब ट्रेन स्टेशन पर रुकी, तो पहले से सवार यात्रियों ने गेट बंद कर दिया, जिससे बाकी यात्री ट्रेन में चढ़ नहीं पाए। टिकट वाले यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ट्रेन में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। इस घटना के कारण एसी कोच के शीशे टूट गए, और रेलवे को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा।
दानापुर रेल मंडल के डीआरएम ने की मौके पर जांच
ट्रेन में तोड़फोड़ और भारी भीड़ का वीडियो वायरल होने के बाद, दानापुर रेल मंडल के डीआरएम, जयंत कुमार चौधरी ने आरा स्टेशन का दौरा किया। उन्होंने प्लेटफार्म नंबर 3 और सर्कुलेटिंग एरिया का जायजा लिया और कहा कि यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि यदि जरूरत पड़ी तो ट्रेन के ठहराव का समय बढ़ाया जाए, ताकि यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने आरपीएफ और कमर्शियल स्टाफ की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा। डीआरएम का यह भी कहना था कि अगर किसी ट्रेन में यात्री नहीं चढ़ पाते हैं, तो उन्हें अगले ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाए।
कुंभ मेला के कारण बढ़ी भीड़
आरा स्टेशन से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में पिछले कई दिनों से भीड़ बढ़ गई है, क्योंकि लोग महाकुंभ में शामिल होने के लिए यात्रा कर रहे हैं। रविवार को आरा से प्रयागराज के लिए एक स्पेशल ट्रेन निर्धारित थी, जिसका समय शाम 7 बजे था, लेकिन ट्रेन रात 8.20 बजे खुली। डीआरएम ने कहा कि अब यदि यात्री किसी ट्रेन में चढ़ने से वंचित रह जाते हैं, तो उसे अगले ट्रेन के लिए इंतजार करने की अनुमति दी जाएगी और जरूरत पड़ने पर 10 से 15 मिनट का अतिरिक्त समय ट्रेन को रोका जा सकता है।
पश्चिम की ओर जाने वाली ट्रेनों में उमड़ रही भीड़
बिहार से पश्चिम की दिशा में जाने वाली हर ट्रेन में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। आरा स्टेशन पर मगध एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में यात्रियों का जमावड़ा लग रहा है। यह भीड़ मुख्य रूप से प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की है, जो किसी भी हाल में वहां पहुंचने के लिए मजबूर हैं। जिन यात्रियों को आरा स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में जगह नहीं मिल पाती, वे पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से दूसरी ट्रेन पकड़ कर प्रयागराज पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।
रेलवे प्रशासन की चुनौती
रेलवे प्रशासन के सामने यह स्थिति एक बड़ी चुनौती बन गई है। यात्रियों की बढ़ती संख्या के बीच, ट्रेनों में सीटों की कमी हो रही है, जिससे उन्हें यात्रा में असुविधा हो रही है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए जल्दी ही ठहराव का समय बढ़ाने और अधिक ट्रेनें चलाने पर विचार किया जाएगा, ताकि यात्रियों को अधिक परेशानी न हो।
इस घटना ने रेलवे को यह संकेत दिया है कि यात्री सुरक्षा और सुविधा के लिए अधिक व्यवस्था की जरूरत है, खासकर ऐसे समय में जब धार्मिक उत्सव जैसे महाकुंभ के चलते यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो।