पटना: बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के चौथे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान पर बड़ा हंगामा हो गया। उन्होंने सदन में कुछ मंत्रियों को ‘बंदर की तरह कूद-कूदकर चेहरा दिखाने वाला’ कह दिया। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्य भड़क गए और सदन में तीखी नोकझोंक हुई।
Bihar Assembly News : तेजस्वी यादव का बयान और विवाद
विधानसभा में विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ मंत्री ऐसे हैं जो बंदर की तरह कूद-कूदकर अपना चेहरा दिखाना चाहते हैं। उनके पास कोई काम नहीं है। इस बयान के तुरंत बाद सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि यह अमर्यादित टिप्पणी है और इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की जाएगी।
Bihar Assembly News : सत्ता पक्ष का पलटवार, विपक्ष का विरोध
सत्ता पक्ष ने तेजस्वी के बयान पर कड़ा ऐतराज जताया। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा, मंत्री मदन सहनी, और अन्य विधायकों ने सदन में खड़े होकर विरोध किया। उधर, विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग के विशेष पुनरीक्षण अभियान पर आरोप लगाया कि “लाखों वोटर का नाम काटा जा रहा है।”
चुनाव बहिष्कार तक की चेतावनी
सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि जब बेईमानी करने का फैसला हो गया है, तो हम लोग चुनाव बहिष्कार पर विचार करेंगे। 1 अगस्त के बाद असली खेल शुरू होगा। महागठबंधन के घटक दलों से चर्चा होगी।
सदन में हंगामा, कार्यवाही बाधित
आज भी सदन में प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण स्थगित रहे। विपक्षी सदस्यों ने विधानसभा पोर्टिको में नारेबाजी और धरना दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी पक्षों को बोलने का अवसर दिया। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि कोई भी सही मतदाता सूची से बाहर न हो।
‘बाप’ से ‘बंदर’ तक बढ़ा विवाद
गौरतलब है कि तीसरे दिन आरजेडी विधायक भाई वीरेन्द्र के “सदन किसी के बाप का नहीं है” बयान पर विवाद हुआ था। आज तेजस्वी यादव ने सदन में उस बयान पर माफी मांगी। लेकिन चौथे दिन नया विवाद ‘बंदर’ शब्द पर छिड़ गया।