गुजरात में चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के चलते खौफनाक हालात बन गए हैं. सौराष्ट्र और कच्छ तटों से लगते इलाकों में तूफानी हवाएं चल रही हैं . समुद्र में कई मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं. अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असरदार होते जा रहा है. यह 15 जून की शाम को गुजरात के कच्छ से टकरायेगा लेकिन इससे पहले ही गुजरात के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी है. बिपरजॉय के चलते गुजरात समेत 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट पर रखा गया है.
बिपरजॉय से गुजरात के 7 जिलों में भारी तबाही की आशंका जतायी गयी है. इन जिलों में घरों, सड़कों, बिजली के पोल, पेड़ों को नुकसान पहुंच सकता है. इतना ही नहीं सौराष्ट्र, उत्तरी गुजरात, द्वारका, कच्छ, जूनागढ़, मोरबी समेत तमाम जिलों में भारी बारिश का का अलर्ट जारी किया गया है. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून की शाम को गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची से टकरायेगा. इस दौरान हवाओं की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की संभावना है.
9 राज्य अलर्ट पर
भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट पर रखा गया है. ये राज्य गुजरात, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली हैं. इतना ही नहीं चक्रवात के चलते राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बारिश का अलर्ट है.
भारत मौसम विभाग पल-पल की गतिविधियों पर रख रहा नजर :
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार, ‘वीएससीएस (बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान) ‘बिपारजॉय’ अरब सागर के ऊपर उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 14 जून को तड़के भारतीय समायुनसार ढाई बजे जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 किलोमीटर डब्ल्यूएसडब्ल्यू पर केंद्रित रहा.
वीएससीएस के रूप में ही 15 जून की शाम तक यह जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा. आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं.