जमशेदपुर: झारखंड के साहिबगंज जिले के मंडरो प्रखंड के नगर भीठा गांव में ब्रेन मलेरिया (Brain Malaria) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। बीते एक सप्ताह में पांच मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों बच्चे और युवा इस बीमारी की चपेट में हैं। गांव में तेजी से फैल रही बीमारी को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है और रक्त संकलन कर रही है, जिसे जांच के लिए दुमका भेजा जाएगा।
ब्रेन मलेरिया से हुई बच्चों की मौत
1. जीता पहाड़िया (2 वर्ष) – पिता चांदु पहाड़िया, मार्च को मौत।
2. विकास पहाड़िया (5 वर्ष) – पिता असना पहाड़िया, 19 मार्च को मौत।
3. बेफरे पहाड़िया (4 वर्ष) – पिता गुल्ली पहाड़िया, 20 मार्च को मौत।
4. एतवारी पहाड़िया (2 वर्ष) – पिता बिजु पहाड़िया, 22 मार्च को मौत।
5. सजनी पहाड़िन (3 वर्ष) – पिता सोमरा पहाड़िया, 23 मार्च को मौत। गांव के लोगों को बीमारी की गंभीरता का एहसास तब हुआ जब लगातार बच्चों की मौत होने लगी। इसके बाद ग्राम प्रधान ने प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची।
गांव में दर्जनों बीमार, इलाज जारी
गांव में बड़ी संख्या में बच्चे और युवा बीमार हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कई लोगों की जांच की है और इलाज युद्धस्तर पर चल रहा है।
बीमार व्यक्तियों की सूची: – रुती पहाड़ियन (6 वर्ष) – दिनेश पहाड़िया (3 वर्ष) – अरुण पहाड़िया (4 वर्ष) – मीना पहाड़िया (5 वर्ष)- जोनी पहाड़िन (2 वर्ष)- दानियाल पहाड़िया (5 वर्ष)- मनोज पहाड़िया (8 वर्ष) – गुलाबी पहाड़िया (8 वर्ष) – पति पहाड़िया (20 वर्ष) – चुनी पहाड़िन (27 वर्ष) स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 32 लोगों के रक्त सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। —
ब्रेन मलेरिया के लक्षण
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, ब्रेन मलेरिया के मरीजों में तेज़ बुखार, सिरदर्द, उल्टी, डायरिया और बेहोशी के लक्षण देखे जा रहे हैं। समय पर इलाज नहीं मिलने पर मौत भी हो सकती है।—
स्वास्थ्य विभाग का क्या कहना है?
सिविल सर्जन प्रवीण स्थालिया ने कहा, “अब तक पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। यह ब्रेन मलेरिया होने की आशंका है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गांव में कैंप कर रही है और इलाज जारी है। सोमवार को अधिकारी गांव का दौरा करेंगे और आसपास के क्षेत्रों की भी जांच की जाएगी।”
स्थिति पर सरकार का रुख
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। अधिकारियों ने कहा कि जल्द से जल्द बीमारी की रोकथाम के लिए कदम उठाए जाएंगे। ब्रेन मलेरिया का यह प्रकोप पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बन गया है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को तेजी से कार्रवाई करनी होगी ताकि यह बीमारी और न फैले। साथ ही, गांव में जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है ताकि लोग समय पर अस्पताल पहुंचे और उचित इलाज लें।