पटना: बिहार में आगामी बजट सत्र की तैयारी जोरों पर है। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 28 फरवरी से शुरू होगा और 28 मार्च तक चलेगा। हालांकि, इस सत्र की घोषणा को लेकर मीडिया को कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई थी। इसे राज्यपाल की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। राज्यपाल से स्वीकृति मिलते ही इस सत्र की अधिसूचना जारी की जाएगी।
बजट सत्र की शुरुआत और राज्यपाल का संबोधन
28 फरवरी को होने वाले इस बजट सत्र की शुरुआत बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के द्वारा संयुक्त रूप से दोनों सदनों- विधानसभा और विधान परिषद को संबोधित किए जाने के साथ होगी। यह एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, क्योंकि राज्यपाल का संबोधन सदन की कार्यवाही के औपचारिक आरंभ का प्रतीक होता है।
इस संबोधन के बाद 3 मार्च को बिहार का बजट पेश किया जा सकता है। यह सत्र राज्य के वित्तीय स्थिति और आगामी आर्थिक योजनाओं का खाका पेश करेगा। बिहार के बजट का यह अवसर खास है, क्योंकि इस वर्ष विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं, और सरकार के लिए यह अंतिम बजट सत्र हो सकता है।
22 दिनों तक चलेगा बजट सत्र, होली की छुट्टी भी रहेगी
बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 28 फरवरी से 28 मार्च तक चलेगा, जिसमें कुल 22 दिनों की कार्यवाही हो सकती है। इस सत्र के दौरान, बिहार सरकार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी पेश करेगी, जो राज्य की मौजूदा आर्थिक स्थिति का विवरण प्रदान करेगा। साथ ही, इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को भी पास किया जाएगा। सत्र के दौरान, होली की छुट्टी भी रहेगी, इसलिए सदन की कार्यवाही में कुछ व्यवधान आ सकता है। इस सत्र में राज्य के विभिन्न अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, और साथ ही बजट के माध्यम से सरकार अपने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आर्थिक दिशा-निर्देश तय करेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में कुल 136 एजेंडों पर चर्चा हुई, जिनमें कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। हालांकि, बैठक में विधानमंडल सत्र की कोई विशेष चर्चा नहीं हुई, लेकिन सरकार ने इस सत्र को लेकर अपनी योजना को स्वीकृति प्रदान की। बैठक में कैबिनेट ने कई अन्य प्रशासनिक और विकासात्मक फैसले भी लिए, जिनका राज्य के विकास और सामाजिक कल्याण पर असर पड़ेगा।
आखिरी बजट सत्र से जुड़ी राजनीति
इस बजट सत्र का राजनीतिक दृष्टिकोण से भी खास महत्व है, क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव इस साल होने हैं। ऐसे में यह सत्र सरकार का अंतिम बजट सत्र हो सकता है। राज्य में अगले कुछ महीनों में चुनावी माहौल बनने की संभावना है, और इस बजट सत्र में सरकार अपने आगामी योजनाओं और विकास कार्यों का खाका पेश करेगी, जो चुनाव में प्रभाव डाल सकते हैं। बिहार के मतदाता आगामी चुनाव में सरकार के कार्यों और योजनाओं के आधार पर अपना वोट तय करेंगे। इस लिहाज से सरकार के लिए यह बजट सत्र बेहद अहम है।
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