नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने राजस्थान में तैनात केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) के निरीक्षक आदर्श योगी और एक बिचौलिए को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों पर एक चिकित्सक और उसके क्लीनिक के खिलाफ मामले को रफा-दफा करने के लिए तीन लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।
कैसे हुई गिरफ्तारी
सीबीआई के अधिकारियों के अनुसार, चित्तौड़गढ़ में तैनात आदर्श योगी ने चिकित्सक से उसके और उसके क्लीनिक के खिलाफ चल रहे मामले को रफा-दफा करने के बदले में 20 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। हालांकि, बाद में तीन लाख रुपये पर सौदा तय हुआ। यह रकम बिचौलिए केशव को दी जानी थी।
सीबीआई ने किया जाल बिछाकर गिरफ्तारी
चिकित्सक ने इस मामले की शिकायत सीबीआई से की, जिसके बाद एजेंसी ने जांच शुरू की और आरोपों की पुष्टि की। सीबीआई ने केशव को शिकायतकर्ता से तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इसके बाद सीबीआई ने आदर्श योगी को भी गिरफ्तार किया और उनके चित्तौड़गढ़ और बीकानेर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। तलाशी में कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई की सक्रियता को दर्शाती है, और यह भी दिखाती है कि सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।