छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के अंड्री जंगल में गुरुवार काे हुए मुठभेड़ में 14 महिला और 12 पुरुष समेत कुल 26 नक्सलियों के शव बरामद किए गये हैं। वहीं इस मुठभेड़ में डीआरजी के एक जवान राजू ओयाम शहीद हो गये। बलिदानी जवान राजू ओयाम को शुक्रवार प्रातः रक्षित केंद्र बीजापुर स्थित शहीद वाटिका में पूरे राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान बस्तर आईजी सुंदरराज पी., सीआरपीएफ आईजी, बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव , बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा, अन्य पुलिस अधिकारीगण और बलिदानी जवान के परिजन उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर जिलों में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन चलाया, जिसमें 22 नक्सली मारे गए। इस ऑपरेशन के दौरान एक सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गया। सुरक्षाबलों की कार्रवाई को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, यह ऑपरेशन बीजापुर और दंतेवाड़ा के सरहदी क्षेत्र में गुरुवार सुबह शुरू किया गया था, जो नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
ऑपरेशन की शुरुआत और मुठभेड़
गुरुवार सुबह सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम बीजापुर और दंतेवाड़ा के गंगालूर थाना क्षेत्र में नक्सली विरोधी ऑपरेशन के तहत निकली थी। यह ऑपरेशन बीजापुर और कांकेर जिलों में चलाया जा रहा था। जैसे ही सुरक्षाबलों की टीम नक्सलियों के संभावित ठिकानों पर पहुंची, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, और इसके बाद सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई। यह मुठभेड़ कुछ देर तक चली, जिसमें कुल 22 नक्सली मारे गए।
बीजापुर में 18, कांकेर में मारे गए चार नक्सली
बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने 18 नक्सलियों को ढेर किया, जबकि कांकेर जिले में 4 नक्सली मारे गए। इस बड़ी कार्रवाई के बाद सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया, जो नक्सलियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई में बड़ी मदद साबित हो सकता है।
बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड का जवान हुआ बलिदान
इस ऑपरेशन के दौरान बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के एक जवान ने अपनी जान की कुर्बानी दी। जवान की शहादत से पूरे सुरक्षा बल में गहरा शोक व्याप्त है। इस जवान ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में शहीद होने का साहसिक कदम उठाया। उनकी शहादत ने सुरक्षाबलों के मनोबल को और अधिक ऊंचा किया है और यह सुनिश्चित किया है कि नक्सलवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों और गोला-बारूद की बड़ी खेप बरामद की है। यह बरामदगी इस ऑपरेशन की सफलता को और पुख्ता करती है, क्योंकि नक्सलियों के पास भारी मात्रा में अस्तबल और गोला-बारूद था, जिसका इस्तेमाल वे आगामी हमलों में कर सकते थे। बरामद किए गए हथियारों में राइफल, बम और अन्य विस्फोटक सामग्री शामिल है।
सुरक्षा बल के जवानों का ऑपरेशन जारी
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन कोई नया नहीं है। राज्य सरकार और सुरक्षा बल लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। इस ऑपरेशन की सफलता न केवल सुरक्षाबलों के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक बड़ी जीत है। इससे यह संदेश भी जाता है कि सुरक्षाबल नक्सलियों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेंगे और किसी भी कीमत पर नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।