Ranchi (Jharkhand) : झारखंड की अपराध अनुसंधान विभाग (CID) ने देशभर में फैले एक संगठित साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना सन्नी यादव समेत 8 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों को इन्वेस्टमेंट स्कीम का लालच देकर ठगी करता था और डिजिटल अरेस्ट जैसे ट्रेंडिंग फ्रॉड को अंजाम देता था। गिरोह के तार चीन के साइबर नेटवर्क से जुड़े पाए गए हैं और ये लोग म्यूल बैंक खातों के जरिए करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देन में शामिल थे।
होटल में गुप्त मीटिंग कर रहा था गिरोह, CID ने मारा छापा
विगत 4 जुलाई को CID को सूचना मिली थी कि रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित ओलिव गार्डन होटल में साइबर ठगों का एक गिरोह बैठक कर रहा है। तत्काल कार्रवाई करते हुए CID की टीम ने छापा मारा और मौके से 7 साइबर एजेंटों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी
कुमार दीपक (सिवान, बिहार), कुमार सौरभ (नालंदा, बिहार), लखन चौरसिया (मऊ, उत्तर प्रदेश), शिवम कुमार (नवादा, बिहार), अनिल कुमार (गया, बिहार), प्रभात कुमार (औरंगाबाद, बिहार), प्रदीप कुमार (औरंगाबाद, बिहार)
विभिन्न राज्यों में साइबर ठगी का खुलासा
गिरोह का मास्टरमाइंड सन्नी यादव, पिता विकास कुमार यादव, थाना जगन्नाथपुर, जिला रांची, को भी CID ने गुप्त सूचना के आधार पर 8 अगस्त 2025 को गिरफ्तार कर लिया।
सन्नी यादव के पास से मिले बैंक खातों की जांच में यह सामने आया है कि इन खातों का प्रयोग देश के विभिन्न राज्यों में दर्ज साइबर ठगी के मामलों में हुआ है। पुलिस के अनुसार, सन्नी यादव ने म्यूल अकाउंट्स, फर्जी पहचान, और कॉल सेंटर नेटवर्क के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाया और बड़ी रकम हड़पी।
CID सावधान ने की सावधान रहने की अपील
CID ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल, या इन्वेस्टमेंट स्कीम से सतर्क रहें। अगर किसी भी प्रकार की साइबर ठगी की आशंका हो, तो तुरंत वेबसाइट : www.cybercrime.gov.इं अथवा हेल्पलाइन नंबर : 1930 पर संपर्क किया जा सकता है।
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