रांची : झारखंड में इन दिनों मौसम में ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। सुबह और शाम के समय कनकनी महसूस हो रही है, जबकि दिन के समय तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम जारी रहने का अनुमान है। विशेष रूप से 15 फरवरी तक ठंड और तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर बना रह सकता है। राजधानी रांची समेत राज्य के अधिकांश इलाकों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जिससे ठंड का प्रभाव और बढ़ गया है।
रांची और झारखंड के अन्य हिस्सों में ठंड का असर
रांची सहित झारखंड के कई प्रमुख शहरों में तापमान में गिरावट के बाद सुबह और शाम के समय ठंड का अहसास हो रहा है। इस दौरान कनकनी में भी वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि, दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी होने से कुछ राहत भी मिल रही है। दोपहर के वक्त तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जिससे हल्की गर्मी का अहसास होता है।
झारखंड के अन्य जिलों का भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास है और इससे सर्दी का प्रभाव और बढ़ गया है। विशेष रूप से डालटेनगंज, बोकारो, और चाईबासा जैसे शहरों में न्यूनतम तापमान कुछ हद तक कम हो गया है। रविवार को डालटेनगंज में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस, बोकारो में 9.1 डिग्री सेल्सियस और चाईबासा में 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
आगे का मौसम : तापमान में गिरावट और बढ़ोत्तरी दोनों का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार झारखंड के मौसम में अगले कुछ दिनों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। 13 फरवरी के बाद तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है। वहीं, राजधानी रांची का न्यूनतम तापमान भी 15 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। इस बदलाव के साथ, कुछ इलाकों में हल्की ठंड और तापमान में बढ़ोतरी का असर दोनों एक साथ देखा जाएगा।
आगे क्या रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची का पूर्वानुमान है कि 15 फरवरी तक झारखंड में मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। हालांकि, तापमान में छोटी-मोटी उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, लेकिन ठंड का असर लगातार बना रहेगा। सुबह और शाम के वक्त ठंड में वृद्धि होगी, जबकि दिन के समय हल्की गर्मी का अहसास हो सकता है। इस बदलाव के चलते झारखंड के निवासियों को दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर महसूस हो सकता है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी के इस दौर में तापमान में गिरावट से लोगों को सुबह और शाम के समय बाहर निकलने में परेशानी हो सकती है। खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।