- – ट्रांसफर यात्रियों के लिए स्मार्ट समाधान, क्यूआर कोड के जरिए आसान पहुंच
- – टर्मिनल 1 और बोर्डिंग गेट तक पहुंचेगा सिस्टम, तनावमुक्त अनुभव
नई दिल्ली : दिल्ली हवाई अड्डा वैश्विक हब बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल 3 पर भारत का पहला 360 डिग्री वर्चुअल नेविगेशन मैप लॉन्च किया है। यह अभूतपूर्व तकनीक टर्मिनल की वास्तविक तस्वीरों का उपयोग करके यात्रियों, विशेष रूप से ट्रांसफर यात्रियों, को हवाई अड्डे के माहौल को समझने और आसानी से नेविगेट करने में मदद करती है। यह न केवल यात्रियों को सहजता और जाना पहचाना महसूस कराने के साथ हवाई अड्डे में घूमने में सहायता करता है, बल्कि उनके समग्र यात्रा अनुभव को भी बेहतर बनाता है।
ट्रांसफर यात्रियों के लिए स्मार्ट समाधान
360 डिग्री वर्चुअल मैप का उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर यात्रियों को ट्रांसफर डेस्क, बोर्डिंग गेट और बैगेज बेल्ट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों तक आसानी से मार्गदर्शन करना है। यह समाधान ट्रांसफर प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है और समग्र ट्रांजिट दक्षता को काफी हद तक बढ़ाता है, जिससे यात्रा प्रक्रिया सरल और तनाव मुक्त हो जाती है।
डायल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, “दिल्ली हवाई अड्डा वैश्विक हब बनने की राह पर है और हर यात्री की यात्रा को सुगम और परेशानी मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। 360 डिग्री वर्चुअल नेविगेशन मैप का लॉन्च हवाई अड्डे के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, विशेष रूप से उन ट्रांसफर यात्रियों के लिए जो स्पष्ट और कुशल दिशा निर्देश चाहते हैं। यह पहल हर यात्री की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है चाहे वे पहली बार उड़ान भरने वाले हों, बच्चों या बुजुर्ग परिवारजनों के साथ यात्रा करने वाले हों।
क्यूआर कोड के जरिए आसान पहुंच
वर्चुअल नेविगेशन मैप तक पहुंच बेहद आसान है। यात्री केवल टर्मिनल 3 के आगमन क्षेत्र में रणनीतिक स्थानों पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करें। स्कैन करने पर मैप तुरंत उनके व्यक्तिगत डिवाइस पर खुल जाता है, जो एक सहज और इंटरैक्टिव गाइड प्रदान करता है। यह स्पष्ट और चरणबद्ध निर्देशों के साथ हवाई अड्डे में मार्गदर्शन करता है।प्रमुख स्थानों पर इस सुविधा का किया जा रहा विस्तार
वर्चुअल नेविगेशन सिस्टम की शुरुआती सफलता के बाद, दिल्ली हवाई अड्डा इसे टर्मिनल 1 और 3 के सभी बोर्डिंग गेट और आगमन क्षेत्र के बैगेज बेल्ट तक विस्तारित कर रहा है। यह विस्तार सुनिश्चित करता है कि विशेष रूप से पहली बार यात्रा करने वाले, बुजुर्ग, बच्चों के साथ यात्रा करने वाली महिलाएं और परिवारों को हर महत्वपूर्ण बिंदु पर एक स्मार्ट, स्व-निर्देशित नेविगेशन टूल मिले। यह सुविधा तनाव को कम करता है और चेक-इन से लेकर बैगेज क्लेम तक एक सहज अनुभव प्रदान करता है।यात्री अनुभव में नया मानक
इस अत्याधुनिक तकनीक के लॉन्च के साथ, दिल्ली हवाई अड्डा यात्री-केंद्रित नवाचार में अग्रणी बन गया है। 360 डिग्री वर्चुअल नेविगेशन मैप न केवल हवाई अड्डे में नेविगेशन को सरल बनाता है, बल्कि परिचालन दक्षता को भी बढ़ाता है। यह विश्व स्तर पर हवाई अड्डा सेवाओं के लिए एक नया मानक स्थापित करता है और यात्रियों के हवाई अड्डा अनुभव को फिर से परिभाषित करता है।
360 डिग्री वर्चुअल नेविगेशन मैप का अनुभव लें
वर्चुअल नेविगेशन सिस्टम का उपयोग शुरू करने के लिए, यात्री टर्मिनल 1 और टर्मिनल 3 में प्रमुख स्थानों पर उपलब्ध क्यूआर कोड स्कैन कर सकते हैं।वर्चुअल नेविगेशन मैप फॉर ट्रांसफर्स ट्रांसफर यात्री लिंक के माध्यम से भी मैप तक सीधे पहुंच सकते हैं।