Jamshedpur (Jharkhand) : परीक्षाएं छात्रों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन इसके साथ ही यह चिंता, तनाव और मानसिक दबाव का भी कारण बनती हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर के भूगोल विभाग द्वारा सोमवार को एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय था “परीक्षा की तनावमुक्त तैयारी कैसे करें।” इसमें छात्रों को तनाव प्रबंधन, आत्म-प्रेरणा और सकारात्मक सोच की दिशा में मार्गदर्शन दिया गया।
प्राचार्य और विभागाध्यक्ष के निर्देशन में हुआ आयोजन
इस आयोजन का नेतृत्व कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मोहम्मद रियाज़ और भूगोल विभाग के प्रमुख डॉ. आले अली ने किया। कार्यक्रम का संचालन भूगोल विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. फरजाना अंजुम ने किया, जबकि सह-संचालक की भूमिका में डॉ. इनायत बानो मौजूद रहीं।
मनोविज्ञान विशेषज्ञों ने दिए तनाव कम करने के टिप्स
कार्यशाला के मुख्य वक्ता कॉलेज के मनोविज्ञान स्नातकोत्तर विभाग के प्रमुख डॉ. एमडी फिरोज इब्राहीमी और शैक्षणिक तनाव सलाहकार डॉ. पसारूल इस्लाम थे।
डॉ. इब्राहीमी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में छात्रों को बताया कि परीक्षा का डर स्वाभाविक है, लेकिन इससे निपटने के लिए आत्म-संवाद, समय प्रबंधन और चिंतन अभ्यास बेहद जरूरी हैं। उन्होंने छात्रों को तनाव के मनोवैज्ञानिक कारणों की गहराई से जानकारी दी।
वहीं, डॉ. पसारूल इस्लाम ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए रोचक और व्यावहारिक उदाहरणों के साथ बताया कि परीक्षा से जुड़ी चिंता और तनाव को कैसे पहचाना जाए। उन्होंने विश्राम तकनीकों, प्रेरक कथनों और आत्म-संयम से जुड़ी गतिविधियों का अभ्यास कराया, जिससे छात्र मानसिक रूप से मजबूत बनें और संतुलित दृष्टिकोण के साथ परीक्षा दें।
आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच का दिया संदेश
दोनों विशेषज्ञों ने छात्रों को यह संदेश दिया कि परीक्षा जीवन का एक पड़ाव है, न कि अंत। छात्रों को चाहिए कि वे खुद पर विश्वास रखें और मेहनत के साथ सकारात्मक सोच विकसित करें।
70 से अधिक छात्रों ने लिया हिस्सा
कार्यशाला में कॉलेज के 70 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। अंत में डॉ. इनायत बानो ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों, वक्ताओं और उपस्थित छात्रों का आभार व्यक्त किया।
इस कार्यशाला ने छात्रों को न केवल परीक्षा की तैयारी के लिए मानसिक रूप से सशक्त किया, बल्कि उन्हें जीवन में संतुलन और आत्म-प्रेरणा का महत्व भी सिखाया।