नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का कोरोना वायरस टेस्ट निगेटिव आया है। यानी की वजह कोरोना से संक्रमित नहीं हैं। ऐसे में यह तय हो गया है कि वह जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार 7 सितंबर को भारत जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। इस घोषणा से एक दिन पहले सोमवार को अमेरिका की प्रथम महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं। इसके बाद बाइडन की भी जांच की गई थी। जांच रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति G-20 Summit में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार को भारत जाएंगे और शनिवार और रविवार को जी-20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे।
सुलिवन ने कहा कि बाडइन बड़े मकसद को पूरा करने के लिए के लिए बाजार के उभरते भागीदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
दो बार हुई कोरोना जांच:
इससे पहले, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा था कि राष्ट्रपति बाइडन के सोमवार रात को कोविड-19 से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई थी और मंगलवार को भी जांच का यही परिणाम आया।
G-20 Summit: के दौरान लागू यातायात प्रतिबंधों पर गजट जारी:
दिल्ली सरकार ने आगामी G-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर लगाए गए यातायात प्रतिबंधों पर एक गजट अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के अनुसार सभी प्रकार के माल वाहन, वाणिज्यिक वाहन, अंतर-राज्यीय बस और स्थानीय सिटी बस, जैसे दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बस और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) की बस का सात और आठ सितंबर की मध्यरात्रि से 10 सितंबर की मध्यरात्रि तक मथुरा रोड (आश्रम चौक से आगे), भैरों रोड, पुराना किला रोड और प्रगति मैदान सुरंग के अंदर परिचालन नहीं होगा।
गजट अधिसूचना के मुताबिक भारी माल वाहन (एचजीवी), मध्यम माल वाहन (एमजीवी) और हल्के माल वाहन (एलजीवी) को सात सितंबर 2023 को रात नौ बजे से 10 सितंबर 2023 को रात 11 बजकर 59 मिनट तक दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
लेकिन इन्हें शर्तों के साथ मिलेगी अनुमति:
दूध, सब्जियां, फल, चिकित्सा आपूर्ति आदि जैसी आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले मालवाहक वाहनों को हालांकि,वैध “नो-एंट्री अनुमति” के साथ दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।