गोरखपुर : पहलगाम आतंकी घटना के बाद रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर जंक्शन पर भी निगरानी को और कड़ा किया जा रहा है। स्टेशन पर प्रवेश करने वाले हर यात्री और उनके सामान की कड़ी जांच की जा रही है।
50 हाईटेक कैमरे, 4 कैमरे फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम से होंगे लैस
स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को डिजिटल तकनीक से मजबूत बनाने के लिए 50 हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें से चार कैमरे सीधे फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) से जोड़े जाएंगे, जिससे वांछित अपराधियों की पहचान तुरंत हो सकेगी।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को जैसे ही किसी शातिर की मौजूदगी की सूचना मिलेगी, वे तत्काल कार्रवाई करेंगे।
किन स्थानों पर लगेंगे कैमरे
जानकारों के अनुसार, कैमरे इन स्थानों पर लगाए जाएंगे…
- प्रतीक्षालय
- आरक्षण केंद्र
- बुकिंग कार्यालय
- पार्किंग क्षेत्र
- स्टेशन के प्रवेशद्वार
- फुट ओवरब्रिज
इन कैमरों में डोम, बुलेट, पैन-टिल्ट-जूम और अल्ट्रा HD-4K जैसे आधुनिक IP कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे अधिकतम क्षेत्र कवर हो सके।
FRS सिस्टम कैसे करेगा काम
फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम में अपराधियों की फोटो पहले से लोड रहेगी।
जैसे ही कोई संदिग्ध कैमरे की निगरानी में आएगा, कंट्रोल रूम को तत्काल अलर्ट मिल जाएगा।
24×7 निगरानी केंद्र में मौजूद RPF जवान घेराबंदी कर अपराधी को पकड़ लेंगे।
पुराने CCTV कैमरों की जगह लगेंगे नए कैमरे
गोरखपुर स्टेशन पर पहले लगाए गए 65 सीसीटीवी कैमरे अब पुराने हो चुके हैं, जिनमें से मात्र 52 ही कार्य कर रहे हैं। इनकी क्षमता कम है और तस्वीरें स्पष्ट नहीं मिलतीं। इससे जांच में कठिनाई होती है।
अन्य स्टेशनों पर भी लागू होगी नई प्रणाली
गोरखपुर के अलावा लखनऊ, गोंडा और बस्ती स्टेशनों पर भी फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम लगाने की तैयारी है। आने वाले समय में रामघाट हाॅल्ट और कटरा स्टेशन की तर्ज पर अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी यह तकनीक लागू की जाएगी।
जंक्शन की सुरक्षा को मिलेगा नया आयाम
वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त चन्द्र मोहन मिश्रा के अनुसार, ‘गोरखपुर जंक्शन पर पुनर्विकास के साथ फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम पूरी तरह लागू किया जाएगा। इससे अपराध नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन दोनों सशक्त होंगे’।
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