हेल्थ डेस्क। क्या आप भी Fast Food के दीवाने हैं? अगर जवाब हां है तो यह खबर आपके लिए है। फास्ट फ़ूड का नाम सुनते ही हमारे मन में अक्सर गरम-गरम बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, और पिज़्ज़ा की तस्वीरें आ जाती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि फास्ट फ़ूड हमारे स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकता है।
जीवन की भागदौड़ में हम अपने बदलते कामकाज और दिनचर्या के कारण अपने भोजन को तैयार करने के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। इसलिए हम फास्ट फ़ूड की ओर रुख कर रहे हैं, जो आसानी से मिलता है और खासतौर पर युवा पीढ़ी को आकर्षित करता है।
Fast Food में कम पोषण होने के कारण यह हमें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से घेर लेता है। Fast Food ने हमारे खानपान को भी बदल दिया है और इसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। आज हम जानेंगे कैसे फास्ट फ़ूड हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और कैसे हम इससे बच सकते हैं।
Fast food क्या है?
अपने नाम से ही अपना परिचय देने वाला आहार Fast food स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। जैसे कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि ऐसे खाद्य आहार जो जल्दबाजी में तैयार हुए हों उसे फास्ट फ़ूड कहा जाता है। अब अगर कोई आहार जल्दबाजी में बनाया गया हो तो जाहिर सी बात है कि उसमें पोषण न के बराबर होगा और आहार के पकने में भी आशंका है। Fast Food, जो आमतौर से तेजी से तैयार किया जाता है और ग्राहक को तुरन्त सर्व जाता है
। इसमें अक्सर जंक फ़ूड जैसे आहार शामिल होता है जैसे बर्गर, पिज़्ज़ा, फ़्रेंच फ़्राइज़, और कार्बनेटेड पेप्सी जैसी चीज़ें।
फास्ट फ़ूड का स्वरूप
फास्ट फ़ूड का स्वरूप कई प्रकार का होता है और इसमें विदेशी भोजन भी शामिल होता है। बर्गर, पिज़्ज़ा, पास्ता, फ्राइड चिकन, और टैकोस ऐसे कई व्यंजन इस श्रेणी में आते हैं। यह अक्सर तेल में तले जाते हैं और हानिकारक तत्वों से भरे होते है। फास्ट फ़ूड की विशेषता यह होती है कि इसे कम समय में तैयार किया जा सकता है।
Fast Food के नुकसान
1. अधिक कैलोरी: Fast Food में अक्सर अधिक मात्रा में कैलोरी होती है, जो अतिरिक्त वजन और स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी कर सकती हैं।
2. अधिक तेल: इसमें सभी सामग्रियों को तला जाता है जिससे खाद्य पदार्थों में अधिक मात्रा में तेल हो जाता है, जिससे हृदय और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
3. कम पोषण: Fast Food में अक्सर कम पोषण होता है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
4. हाई सोडियम: यह बढ़ी हुई सोडियम की मात्रा से भरा होता है, जो उच्च रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
Fast Food का शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
1. वजन का बढ़ना: Fast food में तेल, चीनी, और उच्च कैलोरी होते हैं, जिससे वजन बढ़ सकता है और लंबे समय तक इसका सेवन ओबेसिटी का कारण बन सकता है।
2. हृदय रोग: इसमें मौजूद तेल और कैलोरी के कारण हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है, जिससे शरीर में लिपिड्स का बढ़ना होता है और धमनियों में जमा होने वाले फैट से हृदय संबंधित समस्याएं जैसे कि अधिचरण, हृदयगत ब्लॉकेज और अन्य हार्ट आइल्मेंट्स हो सकती हैं।
3. डायबिटीज: Fast Food में अधिक मात्रा में चीनी होती है जिससे इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।
Fast Food का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
1. चिंता और अवसाद: Fast Food में मौजूद अन्य त्रिप्तोफान, फेनाइलाइलीन और ट्राइप्टोफान की कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे चिंता और अवसाद का खतरा बढ़ सकता है।
2. कॉन्सेंट्रेशन में कमी: Fast Food में हाई शुगर और तेल से भरे खाद्य तत्व होते हैं, जिससे बच्चों और युवाओं में ध्यान केंद्रित रखने की क्षमता में कमी हो सकती है।
3. सोशल और पारिवारिक संबंधों में दिक्कतें: Fast Food के अधिक सेवन से व्यक्ति को घर पर पकाए गए स्वास्थ्यपूरक आहार की कमी हो सकती है, जिससे सोशल और पारिवारिक संबंधों में तनाव और दिक्कतें आ सकती हैं।
इस प्रकार, Fast Food का अत्यधिक सेवन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर एक साथ कई प्रकार के नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह अत्यधिक कैलोरी, तेल और चीनी के कारण हमें ओबेसिटी, हृदय रोग, डायबिटीज, और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। हमें अपनी जीवनशैली में स्वस्थ आहार शामिल करना और Fast Food से दूर रहना चाहिए ताकि हम निरोग और सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य का आनंद ले सकें।
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