हेल्थ डेस्क। What is Measles? अक्सर खसरा बीमारी के बारे में पढ़ा व सुना जाता है। दरअसल, बचपन की गंभीर बीमारियों में से एक है Measles, जो बेहद तेजी से फैलने वाले वायरस के कारण होता है। छोटे बच्चों के लिए खसरा खासतौर पर खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इससे गंभीर जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। खसरा न केवल बुखार और खांसी का कारण बनता है, बल्कि इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं, जैसे कि निमोनिया, मस्तिष्क ज्वलन (encephalitis) और अंधापन। इसलिए, खसरे के बारे में जागरूक रहना और बचाव के उपाय करना बेहद जरूरी है।
Measles – खसरे के लक्षणों को पहचानें
खसरे के संकेतों को जल्दी पहचानना महत्वपूर्ण है ताकि समय रहते इलाज मिल सके। इसमें शामिल हैं:
तेज बुखार: शरीर का तापमान 103°F से 105°F तक जा सकता है, जो कई दिनों तक रह सकता है।
सूखी खांसी: यह खांसी शुरुआत में हल्की होती है, लेकिन धीरे-धीरे गंभीर हो सकती है।
बहती या बंद नाक: नाक से पानी बहना या बंद रहना खसरे का एक आम लक्षण है।
लाल, पानी वाली आंखें: आंखों में सूजन और लालिमा के साथ रोशनी से संवेदनशीलता भी हो सकती है।
चेहरे पर छोटे लाल दाने: ये दाने आमतौर पर चेहरे पर शुरू होते हैं और फिर 3-5 दिनों में पूरे शरीर में फैल जाते हैं।
Measles : बचाव का सबसे कारगर उपाय टीकाकरण
खसरे से बचाव का सबसे कारगर उपाय टीकाकरण है। MMR (Measles, Mumps, Rubella) का टीका 9-12 महीने और 18 महीने के बच्चों को दिया जाता है। यह टीका सुरक्षित और प्रभावी है और खसरे के साथ ही Mumps और रूबेला से भी बचाता है। सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को यह टीका समय पर लग जाए।
Measles : स्वच्छता बनाए रखें, बीमारी फैलने से रोकें
खसरे का वायरस हवा में फैलता है, इसलिए स्वच्छता बनाए रखना संक्रमण की रोकथाम में अहम भूमिका निभाता है। इसमें शामिल हैं:
बार-बार हाथ धोएं, खासकर खांसने या छींकने के बाद और किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद।
-बीमार लोगों के करीब जाने से बचें।
-छींकते या खांसते समय अपना मुंह और नाक रुमाल या कोहनी से ढकें।
-खिलौनों और सतहों को नियमित रूप से साफ करें और कीटाणुरहित करें।
स्वस्थ आहार से बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
स्वस्थ और संतुलित आहार खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जो खसरे सहित विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। अपने बच्चों को पौष्टिक भोजन दें, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और दुबला प्रोटीन शामिल हों।
जागरूक रहें, समय पर करें इलाज
खसरे के बारे में खुद भी और बच्चों को भी जागरूक करें। किसी भी लक्षण का अनुभव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जल्दी इलाज मिलने से जटिलताओं से बचाव किया जा सकता है।
जटिलताओं से बचाव के लिए सावधानी है जरूरी
हालांकि खसरे का इलाज संभव है, लेकिन समय पर टीकाकरण और सावधानी न बरतने से गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं, जैसे:
-निमोनिया (फेफड़ों का संक्रमण)
-मस्तिष्क ज्वलन (encephalitis)
-दस्त
-कान का संक्रमण
-अंधापन
इन जटिलताओं से बचने के लिए टीकाकरण, स्वच्छता, और जागरूकता पर जोर देना बेहद जरूरी है।
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