नई दिल्ली : देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है। पहाड़ी राज्यों में बारिश कहर बनकर टूट पड़ा है। हिमाचल प्रदेश हो या फिर उत्तराखंड दोनों ही राज्यों में इस मानसून औसत से काफी अधिक बारिश हो रही है, जिसकी वजह से इन राज्यों में तबाही मची हुई है। विभिन्न राज्यों से घूमने आएं लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं।
इन राज्यों से गुजरने वाले कई नेशनल हाइवे भी बंद हो गया है। गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई है। जो जहां हैं वहीं फंसा हुआ है। इस दौरान न तो पीने का पानी मिल रहा है और न ही खाने को भोजन। खासकर जिनके पास बच्चे हैं उनकी परेशानी काफी बढ़ी हुई है। इधर, नदियां भी उफान पर है। आधे शहर पानी से डूब गया है। कार सहित अन्य गाड़ियां नदियों में बह रहा है।
हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में इस तरह का नजारा बीते कई वर्षों के बाद देखने को मिल रहा है। इधर, देश की राजधानी दिल्ली भी पानी-पानी हो गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर वहां के एलजी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। इसी बीच राजनीति भी तेज हो गई है।
हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है। यहां के कई जिलों में बाढ़ के साथ-साथ दर्जनों जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही है, जो अधिक खतरनाक है। भूस्खलन की घटनाएं होने से हाइवे बंद हो गया है। जिससे गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई है। इसके साथ ही बिजली, पानी की आपूर्ति भी बंद है। हालांकि, इससे निपटने के लिए वहां की सरकार दिन-रात जुटी हुई है।
उत्तराखंड में क्या है स्थिति
उत्तराखंड में लगातार बारिश देखने को मिल रही है। इससे हरिद्वार समेत गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की अधिकांश नदियां उफान पर है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन की टीम आस-पास के लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का कार्य कर रही है। जिला प्रशासन के अनुसार, बांधों और जलाशयों में भी पानी खतरे के निशान के करीब है। ऐसे में अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाने का कार्य तेज गति से चल है। तबाही की वजह से कई लोगों की जान जाने की भी बात सामने आ रही है।
दिल्ली का बुरा हाल
बारिश ने देश की राजधानी दिल्ली का भी बुरा हाल है। यहां की सड़कें नदियों में बदल चुकी हैं। दिल्ली में यमुना नदी बुधवार को 207 मीटर के निशाने को पार करते हुए बीते 10 वर्षों में उच्चतम रिकॉर्ड तक पहुंच गई है। मौसम विभाग ने दिल्ली में 15 व 16 जुलाई को फिर भारी बारिश होने की चेतावनी जारी किया है। ऐसे में अभी दिल्ली को इस समस्या से मुक्ति मिलने वाली नहीं है लेकिन इससे सबक सीखने की जरूरत है। अन्यथा आगे इससे भी ज्यादा बदतर स्थिति देखने को मिल सकता है।
झारखंड में कल से रफ्तार पकड़ेगा मानसून
झारखंड में मानसून अभी तक कमजोर पड़ा दिख रहा है। राज्य में औसत से 128.1 एमएम कम बारिश हुई है, जो चिंता का विषय है। बारिश कम होसे से सबसे ज्यादा चिंतित किसान हैं। उनका कहना है कि अगर, बारिश ठीक-ठाक नहीं हुई तो इसका सीधा असर यहां के फसल पर पड़ेगा। हालांकि, मौसम विभाग ने अच्छी खबर दी है। उसके अनुसार, झारखंड में 13 जुलाई से एक बार फिर मानसून सक्रिय होगा, जो 16-17 जुलाई तक पूरे राज्य में पहुंचेगा। इस दौरान बारिश में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। बुधवार को उत्तर-पूर्वी भागों में (देवघर, धनबाद, दुमका, गिरीडीह, गोड्डा, जामतारा, पाकुर तथा साहेबगंज) कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।
कल पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने 13 जुलाई को देश के पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम में भारी बारिश की चेतावनी जारी किया है। ऐसे में वहां की सरकार व स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। लगातार मौसम विभाग के संपर्क बनाए हुए हैं। वहीं, लोगों को भी सतर्क किया जा रहा है। ताकि किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे।
बिहार में कुछ जिलों में अगले चार दिनों तक अलर्ट
मौसम विभाग ने बिहार के कुछ जिलों (पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, अररिया, मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा) में बारिश की चेतावनी जारी किया है। इन जिलों में अगले चार दिन तक भारी बारिश देखा जा सकता है। ऐसे में इन क्षेत्र के लोगों को विशेष सतर्क होने की जरूरत है।
यूपी के इन जिलों में अलर्ट जारी
उत्तर प्रदेश में भी रूक-रूक कर बारिश हो रही है। हालांकि, अगले तीन दिन मेरठ, एटा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत, फिरोजाबाद,
बिजनौर, बदायूं, औरेया, इटावा, रामपुर, बरेली, आगरा, बाराबंकी, मुरादाबाद, कासगंज, लखनऊ, संभल और अलीगढ़ में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन अलर्ट हो गया है।