मध्य प्रदेश: शिवपुरी जिले से एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिली है। गुरुवार दोपहर को भारतीय वायुसेना का एक मिराज-2000 लड़ाकू विमान मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान के दोनों पायलट घायल हो गए, लेकिन सौभाग्य से वे दोनों सुरक्षित हैं। यह घटना वायुसेना के नियमित प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान घटी। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उसके जलते हुए अवशेषों का एक भयावह वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर हादसे की गंभीरता का आभास होता है।
घटना का विवरण:
जानकारी के मुताबिक, मिराज-2000 विमान गुरुवार को लगभग दो बजकर 20 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। यह हादसा शिवपुरी जिले के करैरा तहसील के सुनारी थाना क्षेत्र में हुआ। विमान उस समय नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था और हादसे के बाद उसके टुकड़े बिखरे हुए मिले। विमान के जलते हुए अवशेषों को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुर्घटना कितनी गंभीर रही होगी। राहत की बात यह है कि दोनों पायलट सुरक्षित बच गए हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
विमान दुर्घटना की जांच:
वायुसेना के रक्षा अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। दुर्घटना की जांच के लिए भारतीय वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है, जिससे घटना के कारणों का पता लगाया जा सके। अधिकारियों ने यह भी बताया कि विमान का नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होना एक चौंकाने वाली घटना है, क्योंकि इस तरह की उड़ानें सुरक्षा मानकों के अनुसार आयोजित की जाती हैं।
विमान मिराज-2000:
मिराज-2000 एक हल्का, एकल इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जिसे भारतीय वायुसेना ने 1980 के दशक के अंत में अपने बेड़े में शामिल किया था। यह विमान विभिन्न प्रकार के मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम देने में सक्षम है, जिनमें लड़ाई, बमबारी और पहचान मिशन शामिल हैं। मिराज-2000 विमान की क्षमता और परफॉर्मेंस को लेकर भारतीय वायुसेना में इसे एक उच्च-स्तरीय लड़ाकू विमान माना जाता है।
पायलटों की सुरक्षा:
हालांकि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, लेकिन पायलटों की सुरक्षित बचने की खबर से अधिकारियों ने राहत की सांस ली। यह भी बताया गया कि पायलटों ने दुर्घटना के दौरान विमान से सुरक्षित रूप से बाहर निकलने के लिए इजेक्शन सिस्टम का इस्तेमाल किया, जिससे उनकी जान बच सकी। पायलटों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है, और उनकी हालत अब स्थिर है।
आगे की कार्यवाही और जांच:
वायुसेना ने इस हादसे की पूरी जांच शुरू कर दी है, और विमान के क्रैश होने के कारणों की पहचान करने के लिए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है। इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाना महत्वपूर्ण है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। जांच के बाद ही इस घटना की असली वजह सामने आ पाएगी