जमशेदपुर : राज्य में जैक बोर्ड की कक्षा 10 की वार्षिक परीक्षा 2024 का परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में 3.94% कम रहा। यह गिरावट शिक्षा व्यवस्था के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। परीक्षा परिणाम ही शिक्षकों की कार्यक्षमता और कार्य कुशलता का प्रमाण होता है। परिणाम में गिरावट से जिले की छवि राज्य स्तर पर प्रभावित हुई है।
शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि आगामी सत्र में सुधार के लिए सिलेबस को 10 नवंबर 2025 तक हर हाल में पूरा किया जाए। ताकि इसके बाद जाे समय बचे उसमें सिलेबस काे रिवाईज किया जा सके। इससे बच्चाें के पास परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक समय मिलेगा। इसके साथ ही कक्षा में पढ़ाई पाठ-योजना के अनुसार ही हो। हर दिन की कक्षा आदर्श दिनचर्या के अनुसार संचालित की जाए। इसके साथ ही नियमित रूप से मॉडल टेस्ट और रेमेडियल क्लासेस कराई जाएं।
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कई शिक्षक सिलेबस के अनुसार पाठ-योजना बनाकर गुणवत्तापूर्ण अध्यापन नहीं कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की पहचान कर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उनके सेवा पुस्तिका में इसकी प्रविष्टि की जाएगी।
सप्लीमेंट्री परीक्षा में सभी फेल छात्र काे शामिल कराने का निर्देश
वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। कई स्कूलों ने पहले से जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया। इससे जिले की छवि पर असर पड़ा। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं फेल हुए। अब वे अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं। स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं। कहा गया है कि स्कूल अपने-अपने यहां फेल हुए छात्रों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें। उन्हें झारखंड अधिविद्य परिषद, रांची द्वारा आयोजित सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 में सौ फीसदी शामिल कराएं।
सभी स्कूलों को परीक्षा से पहले विशेष कक्षाएं चलाने को कहा गया है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे पूरी निष्ठा से पाठ्यक्रम का रिवीजन कराएं। रेमेडियल क्लासेस का आयोजन करें। यह सुनिश्चित करें कि कोई भी फेल छात्र सप्लीमेंट्री परीक्षा से वंचित न रहे। यदि किसी स्कूल से सभी फेल छात्र सप्लीमेंट्री परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं, तो उस स्कूल के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक या संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई होगी। उनके सेवा पुस्तिका में इसकी प्रविष्टि भी की जाएगी।
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