नई दिल्ली : देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति सचिवालय में हलचल तेज हो गई है। इस्तीफे के तीन दिन बाद सचिवालय के लगभग सभी कमरों को बंद कर दिया गया है। उनके साथ काम करने वाले ज्यादातर अधिकारी अपने-अपने मूल कैडर में लौटने लगे हैं।
Jagdeep Dhankhar Resignation : एक-एक कर अधिकारी हुए रवाना
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नवनिर्मित उपराष्ट्रपति भवन में सचिवालय के लिए एक अलग विंग बनाया गया है। जैसे ही धनखड़ ने इस्तीफा दिया, वहां से एक-एक करके अधिकारी बाहर जाने लगे। अब वह विंग लगभग खाली हो चुका है। हालांकि अधिकारियों ने यह साफ किया है कि कोई भी कमरा सील नहीं किया गया है, बल्कि यह एक नियमित प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है।
कौन-कौन से अधिकारी गए लौट
धनखड़ के साथ काम करने वाले सचिव, विशेष कार्य अधिकारी और प्रमुख निजी सचिव जैसे अधिकारी आईएएस कैडर से थे। सरकारी नियमों के अनुसार, इनकी नियुक्ति उपराष्ट्रपति के कार्यकाल से जुड़ी होती है, और जब उपराष्ट्रपति पद छोड़ते हैं, तो ये अधिकारी 15 दिनों के भीतर अपने राज्य या विभाग में लौट जाते हैं।बताया जा रहा है कि जो कुछ अधिकारी अभी भी उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में मौजूद हैं, वे स्थानांतरण आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
Jagdeep Dhankhar Resignation : यह सब एक सामान्य प्रक्रिया
ऐसे मौकों पर अफवाहें तेजी से फैलती हैं, लेकिन अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि यह कोई असामान्य स्थिति नहीं है। उपराष्ट्रपति पद खाली होने के बाद सचिवालय के स्टाफ का लौटना नियमों के मुताबिक होता है। कोई भी कमरा सील नहीं किया गया है, बस कार्यालय को औपचारिक रूप से बंद किया गया है।
धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से दिया इस्तीफा
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया। उनके अचानक इस्तीफे ने देश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और अब नए उपराष्ट्रपति को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।