Jamshedpur News : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सभागार में एक आपात बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति द्वारा जारी दुकानों और गोदामों के पट्टा नवीनीकरण आदेश का विरोध किया गया। बैठक की अध्यक्षता चैम्बर उपाध्यक्ष अनिल मोदी ने की। उन्होंने कहा कि यह आदेश वर्तमान व्यापारिक परिस्थितियों के प्रतिकूल है और इससे व्यापारी वर्ग में असमंजस और भय का माहौल उत्पन्न हो गया है।
अनिल मोदी ने बताया कि मंडी परिसर में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। सड़कें जर्जर हैं, पानी और सुरक्षा जैसी आवश्यक सुविधाएं नहीं हैं, वहीं अधिकांश दुकानें और गोदाम खराब हालत में हैं। ऐसे समय में 11 महीने के अंतराल पर पट्टा नवीनीकरण की शर्तें व्यापारियों के लिए असंगत और अनुचित हैं। उन्होंने राज्य सरकार से इस फैसले को स्पष्ट करने और पारदर्शी तरीके से व्यापारियों को विश्वास में लेने की मांग की।व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक भालोटिया ने कहा कि मंडी में व्यापारी पिछले 50 से 60 वर्षों से कारोबार कर रहे हैं, लेकिन आज तक उन्हें इस तरह का कोई नोटिस नहीं मिला।
झारखंड राज्य कृषि विपणन बोर्ड के इस निर्णय की जानकारी न तो व्यापारियों को पहले दी गई और न ही इसकी कोई प्रति साझा की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि जब दुकानों और गोदामों का पूर्व में आवंटन किया जा चुका है, तब अचानक नवीनीकरण का मुद्दा कहां से आ गया?बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि कोई भी व्यापारी नवीनीकरण की प्रक्रिया में भाग नहीं लेगा और इस विषय पर सरकार से सीधे संवाद किया जाएगा। व्यापारी प्रतिनिधिमंडल रांची जाकर कृषि मंत्री और विपणन बोर्ड के चेयरमैन से मिलेगा और अपनी बात रखेगा। अगर सरकार व्यापारियों की अनदेखी करती है और उनके हितों के खिलाफ कोई कदम उठाती है, तो व्यापारी लोकतांत्रिक तरीके से विरोध दर्ज कराएंगे।
बैठक के अंत में धन्यवाद ज्ञापन भरत मकानी ने किया। बैठक को राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, अंशुल रिंगसिया, पवन नरेडी समेत अन्य व्यापारिक प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया। इस दौरान दिलीप अग्रवाल पप्पू, रौनक सिंह, कन्हैयालाल नरेडी, विजय अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, राकेश गुप्ता, चन्द्रप्रकाश शुक्ला, गणेश भालोटिया, मनोज कुमार, आशीष शर्मा, आनंद राव, पी. दिनेश और अरविन्द गुप्ता सहित कई व्यापारी उपस्थित थे।