ब्रिस्बेन : भारतीय क्रिकेट के दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के दौरान, बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज के रूप में कपिल देव को पीछे छोड़ दिया। इस रिकॉर्ड के साथ, बुमराह ने अपनी गेंदबाजी में एक नई ऊंचाई हासिल की है और भारतीय क्रिकेट में अपनी विरासत को और भी मजबूत किया है।
कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ा
जसप्रीत बुमराह ने गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट के पांचवें दिन मार्नस लाबुशेन को आउट कर अपना दूसरा विकेट लिया और इस रिकॉर्ड को तोड़ने में सफलता प्राप्त की। बुमराह अब तक ऑस्ट्रेलिया में 52 विकेट ले चुके हैं, जबकि कपिल देव के नाम 51 विकेट थे। बुमराह ने 20 पारियों में यह उपलब्धि प्राप्त की, जिसमें उनकी बॉलिंग स्ट्राइक रेट 41.07 रही और उन्होंने तीन बार 5 विकेट लेने का कारनामा भी किया।
कपिल देव की उपलब्धियां
कपिल देव, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को कई ऐतिहासिक पलों से नवाजा, ऑस्ट्रेलिया में कुल 51 विकेट लेकर इस रिकॉर्ड पर काबिज थे। उन्होंने 24.58 की औसत और 61.50 की स्ट्राइक रेट के साथ विकेट हासिल किए थे। कपिल देव ने पांच बार 5 विकेट हॉल लिया था, जो अपने आप में एक महान उपलब्धि है। हालांकि, अब बुमराह ने इस रिकॉर्ड को तोड़कर कपिल देव के योगदान को सम्मान के साथ पीछे छोड़ दिया है।
SENA देशों में भी बड़ा रिकॉर्ड
गाबा टेस्ट के दूसरे दिन बुमराह ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। वह SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में सबसे ज्यादा 5 विकेट हॉल लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। बुमराह ने इन देशों में अब तक कुल 8 बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया, जबकि कपिल देव ने इन देशों में 7 बार यह उपलब्धि हासिल की थी। इस रिकॉर्ड के साथ, बुमराह ने अपनी गेंदबाजी को और भी असरदार बना दिया है और वह अब भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं।
200 टेस्ट विकेट की ओर बढ़ते बुमराह
जसप्रीत बुमराह के लिए यह साल और भी खास है, क्योंकि वह अब 200 टेस्ट विकेट हासिल करने से सिर्फ 7 विकेट दूर हैं। बुमराह ने अब तक 193 टेस्ट विकेट अपने नाम किए हैं और उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही यह महत्वपूर्ण माइलस्टोन पार करेंगे। यदि वह 200 विकेट पूरे करते हैं, तो वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में इस मुकाम तक पहुंचने वाले छठे तेज गेंदबाज बन जाएंगे और कुल मिलाकर 12वें भारतीय क्रिकेटर होंगे जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।
बुमराह की गेंदबाजी की शानदार यात्रा
31 वर्षीय बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी से हमेशा प्रभावित किया है। उनका यॉर्कर, धीमे और तेज बाउंसर, और गेंद को दोनों ध्रुवों पर स्विंग करने की कला उन्हें एक बेहतरीन तेज गेंदबाज बनाती है। बुमराह की खासियत उनकी गेंदबाजी की विविधता और दबाव में खेलते हुए उनकी मानसिक मजबूती है। उनकी सटीकता और गति उन्हें विश्व क्रिकेट में एक अद्वितीय तेज गेंदबाज बनाती है।
अगले दौर में बुमराह
बुमराह ने अपनी गेंदबाजी में जो विविधता और कौशल दिखाया है, वह उन्हें भविष्य में और भी अधिक सफल बना सकता है। उनकी नेतृत्व क्षमता और तकनीकी कौशल के साथ, वह भारतीय क्रिकेट के लिए और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। उनके रिकॉर्ड और योगदान को भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।
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