जामताड़ा : जामताड़ा के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के आदेश पर ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) के संचालन समय में बदलाव किया गया है, जिससे न केवल मरीजों को बल्कि अस्पताल के चिकित्सक और कर्मियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
डॉक्टरों और मरीजों के लिए परेशानी का कारण
पहले जहां ओपीडी सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक, फिर शाम 2000 से रात 9 बजे तक और रात 9 बजे से सुबह 9 बजे तक तीन शिफ्टों में चलता था, वहीं अब इसे नया रूप दिया गया है। अब ओपीडी सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक चलेगा, फिर 4 बजे से 6 बजे तक चलेगा। इसके बीच का समय यानी दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक अस्पताल में चिकित्सक मौजूद नहीं होंगे, जिससे मरीजों को इलाज में परेशानी हो सकती है। हालांकि सिविल सर्जन का कहना है कि इस समय में इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी, लेकिन मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सक और कर्मियों की कमी इस व्यवस्था को चुनौतीपूर्ण बना रही है।
सिविल सर्जन और डॉक्टरों की चिंता
सिविल सर्जन डॉ. कालीचरण सोरेन ने इस बदलाव की जानकारी देते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के मौखिक आदेश पर यह नई व्यवस्था लागू की गई है और इस बारे में सभी अस्पतालों को सूचित भी किया जा चुका है। वहीं, चिकित्सकों और अस्पताल कर्मियों का मानना है कि ओपीडी के बीच में कोई सेवा न होने के कारण मरीजों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, नई व्यवस्था के प्रचार प्रसार की कमी के कारण आम लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं मिल पा रही है, जिससे अस्पताल आने वाले मरीज और उनके परिवार और अधिक परेशान हो रहे हैं।
ओपीडी व इमरजेंसी को लेकर दुविधा
नई समय सारणी के लागू होने से डॉक्टरों को ओपीडी और इमरजेंसी सेवा दोनों को संभालने में कठिनाई हो सकती है। इस दौरान जब सामान्य मरीज इमरजेंसी सेवा का लाभ नहीं उठा सकते, तो डॉक्टरों को एक ओर नया दवाब झेलना पड़ सकता है। ऐसे में मरीजों को सही समय पर इलाज मिलने की संभावना कम हो सकती है।