रांची: नागपुरी के महान गीतकार व गायक महावीर नायक देश के प्रतिष्ठित अवॉर्ड पद्श्री से नवाजे जा रहे हैं। 82 साल की उम्र में यह अवॉर्ड पाकर सिंगर बेहद खुश हैं। शनिवार की दोपहर बाद फोन द्वारा उन्हें यह खबर दी गई।

इस सम्मान को पाने की खुशी, महावीर के बातचीत में झलक रही थी। उन्होंने बहुत ही सादगी से इस पर रिएक्ट करते हुए कहा, ‘इस आप सब की आपलोगों की देन है। हम तो बचपन से गाते रहे। बाबूजी, दादा, बूढापे में गाते थे। अब सुन-सुनकर गाने लगे। मैं इस अवॉर्ड को उन्हें समर्पित करना चाहूंगा।’
छोटानागपुर की इस मीठी भाषा के कवि व गीतकार महावीर नायक को गत साल संगीत नाटक अकादमी का पुरस्कार भी मिल चुका है। नागपुरी की मिठास केवल देशवासियों तक ही नहीं, बल्कि उनकी आवाज की पहुंच ताइवान तक पहुंची है।
महावीर 1962 से ठेठ नागपुरी गीत गा रहे हैं। वे मूलत: रांची के कांके क्षेत्र के पिठोरिया अंतर्गत उरुगुटू गांव के रहने वाले हैं। अभी वे हटिया के नायकटोली में रहते हैं। 1959 से 1961 तक वे बतौर शिक्षक स्कूल में कार्यरत रहे। इसके बाद एचईसी में श्रमिक के तौर पर उन्होंने काम किया। यहीं से वे 2001 में रिटायर हो कर निकले थे।