गढ़वा : मझिआंव थाना क्षेत्र के बुढ़ीखांड़ गांव स्थित प्रतिबंधित बांकी नदी से अवैध बालू उठाव की सूचना पर छापेमारी के लिए पहुंचे सीओ रामजी प्रसाद गुप्ता एवं उनके साथ मौजूद लोगों पर गोलबंद होकर ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह करीब पांच बजे हमला बोल दिया। इस घटना में सीओ के साथ गए नितेश कुमार ठाकुर एवं आशीष कुमार ठाकुर गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए सीएचसी मझिआंव में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने आशीष को बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया है।

घायल नितेश कुमार ठाकुर
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रामजी प्रसाद गुप्ता, बांकी नदी से अवैध बालू उठाव किए जाने की सूचना पर अंचल गार्ड सूर्य केश्वर कुमार रवि एवं पुरहे गांव के तीन प्राइवेट ट्रैक्टर चालक नितेश कुमार ठाकुर, आशीष कुमार ठाकुर एवं वीरेंद्र विश्वकर्मा को लेकर बगैर पुलिस को सूचना दिए बालू कारोबारियों के विरुद्ध बुढ़ीखांड़ एवं खरसोता गांव की ओर मुख्य सड़क मार्ग से छापामारी अभियान के लिए निकले थे। इसी क्रम में बुढ़ीखांड़ गांव से सटे प्रतिबंधित बांकी नदी में बालू का अवैध उत्खनन कर ट्रैक्टर पर बालू भरा जा रहा था। इसके बाद सीओ ने बालू लदे ट्रैक्टर को अपने सहयोगियों के साथ घेरना चाहा। साथ ही मौके पर मौजूद बूढ़ी खांड़ निवासी ट्रैक्टर मालिक विक्रमा यादव को पकड़ लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सीओ एवं उनके साथ गए लोगों ने जैसे जैसे ही विक्रमा को पकड़ा उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते ग्रामीणों का झुंड नदी की ओर दौड़ पड़ा। इस दौरान ग्रामीणों ने सीओ के साथ गए ट्रैक्टर चालक नितेश कुमार ठाकुर एवं आशीष कुमार ठाकुर को घेरकर जबरदस्त पिटाई कर दी। वहीं नदी से दूर रहने के कारण सीओ, सूर्य केश्वर कुमार रवि एवं वीरेंद्र विश्वकर्मा भीड़ की पकड़ में आने से बच गए।
केश्वर कुमार रवि ने बताया कि उक्त घटना के दौरान कुछ देर के लिए नदी में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसी बीच पकड़ा गया ट्रैक्टर मालिक विक्रमा यादव भागने में सफल रहा। साथ ही ग्रामीणों को सुरक्षा कवच बनाते हुए बालू लदे ट्रैक्टर को भी उसने ले भागा। इस माले में सीओ रामजी प्रसाद गुप्ता द्वारा चार नामजद सहित 40 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज के लिए आवेदन थाना में दिए हैं। फिलहाल पुलिस एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। इधर बगैर पुलिस को लिए सीओ का अचानक से छापेमारी के लिए निकलना चर्चा का विषय बना हुआ है।
छापेमारी के लिए जाने से पहले सूचना लीक होने के डर से पुलिस को जानकारी नहीं दिया था। अक्सर होता है कि पुलिस को लेकर छापेमारी के निकलने से पहले ही सूचना लीक हो जाती है। साथ ही असफलता हाथ लगती है।
रामजी प्रसाद गुप्ता, सीओ, मझिआंव।