Jamshedpur : डुमरिया प्रखंड के सुदूर और पहाड़ियों से घिरे लखाईडीह गांव में सोमवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी पहुंचे। गांव में पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया गया। ग्रामीणों से संवाद के दौरान उन्होंने उनकी मूलभूत समस्याएं जानीं और समाधान का भरोसा दिलाया। इस दौरान परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी, बीडीओ निलेश मुर्मू, सीओ सहित कई पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।ग्रामीणों ने उपायुक्त को पेयजल संकट, खराब सड़कों, नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या और अन्य बुनियादी जरूरतों की जानकारी दी। उपायुक्त ने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करें ताकि जल्द सेवाएं बहाल हो सकें।
उपायुक्त ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार अपनाने की सलाह दी। ग्रामीणों द्वारा तेल पेराई मशीन और सिलाई केंद्र की मांग पर उन्होंने आश्वस्त किया कि इन योजनाओं को धरातल पर लाने की दिशा में काम होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर आजीविका के नए साधनों को अपनाया जा सकता है। जिला प्रशासन इसके लिए हरसंभव मदद करेगा।उन्होंने गांव में बने नए छात्रावासों का भी निरीक्षण किया। भवन लगभग तैयार हैं, इस पर उपायुक्त ने अधिकारियों से जल्द हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। ताकि छात्र-छात्राएं इसका लाभ ले सकें।
उन्होंने धुमकुड़िया भवन की भी समीक्षा की और इसके रखरखाव के लिए ग्राम स्तर पर समिति गठित करने का सुझाव दिया।प्रधानमंत्री जनमन अभियान के तहत गांवों में लगने वाले शिविरों में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सरकार जनजातीय समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इनका लाभ लेने के लिए जरूरी है कि सभी पात्र ग्रामीण जागरूक होकर शिविरों में भाग लें।
उपायुक्त ने कहा कि लखाईडीह मेहनतकश लोगों का गांव है। यहां के ग्रामीण मेहनती और लगनशील हैं। ग्रामीणों की मांग है और विकास की जरूरतों के आधार पर सरकार की ओर से कई विकास कार्य चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र की प्राकृतिक खूबसूरती को देखते हुए इसे पर्यटन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। बच्चों की शिक्षा, युवाओं का प्रशिक्षण और समग्र विकास प्रशासन की प्राथमिकता है।