नई दिल्ली : Leader of opposition Rahul Gandhi : यूपीएससी की ओर से लेटरल एंट्री यानी बगैर परीक्षा के विभिन्न पदों पर बहाली निकाले जाने को लेकर देश भर में विपक्षी दल केंद्र की सत्ताधारी पार्टी भाजपा या यूं कहें कि प्रधानमंत्री के खिलाफ हमलावर हो गये हैं। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि यह सरकार बड़े पदों पर भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की जगह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी संघ लोक सेवा आयोग की जगह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जरिए लोकसेवकों की भर्ती कर संविधान पर हमला कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर लेटरल एंट्री के जरिए भर्ती कर खुलेआम एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग का आरक्षण छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि टॉप ब्यूरोक्रेसी समेत देश के सभी शीर्ष पदों पर वंचितों का प्रतिनिधित्व नहीं है, उसे सुधारने के बजाय लेटरल एंट्री द्वारा उन्हें शीर्ष पदों से और दूर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह यूपीएससी की तैयारी कर रहे प्रतिभाशाली युवाओं के हक पर डाका और वंचितों के आरक्षण समेत सामाजिक न्याय की परिकल्पना पर चोट है। उन्होंने कहा कि चंद कॉरपोरेट्स के प्रतिनिधि निर्णायक सरकारी पदों पर बैठ कर क्या कारनामे करेंगे। इसका नया उदाहरण सेबी है, जहां निजी क्षेत्र से आनेवाले को पहली बार चेयरपर्सन बनाया गया। राहुल गांधी ने कहा है कि प्रशासनिक ढांचे और सामाजिक न्याय दोनों को चोट पहुंचाने वाले इस देश विरोधी कदम का इंडी गठबंधन मजबूती से विरोध करेगा।