प्रयागराज : प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेला में हर साल लाखों ही नहीं, करोड़ों श्रद्धालु जाते हैं। यदि आप भी जाने का प्लान बना रहे हैं, अच्छी तरह समझ लें कि प्रयागराज तक कैसे पहुंचना है और कहां ठहरना है। आपके लिए यह जानकारी काफी उपयोगी साबित हो सकती है। हम आपको मेला क्षेत्र, पहुंचने के प्रमुख मार्ग, रहने-खाने की व्यवस्था और कुछ आवश्यक जानकारी दे रहे हैं, ताकि आपकी यात्रा सहज और सुरक्षित हो।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में पहुंचने के मार्ग
चुंगी : यह वह आखिरी स्थान है, जहां तक ऑटो जा सकती है। मेला क्षेत्र यहां से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। शाही स्नान के दिन यहां तक ऑटो नहीं पहुंचतीं, इसलिए आपको आगे पैदल चलने की आवश्यकता हो सकती है।
बैंक रोड : यह प्रयाग जंक्शन के पास स्थित सबसे नजदीकी स्थान है। यहां से आपको कानपुर, लखनऊ, बलिया, गोरखपुर आदि की बसें मिल सकती हैं। शाही स्नान के दौरान यहां से आगे ऑटो नहीं जा सकती।
सिविल लाइंस : यह एक प्रमुख परिवहन केंद्र है, जहां से आपको राज्य भर के विभिन्न स्थानों के लिए रोडवेज बसें मिल सकती हैं। सिविल लाइंस से आप आसानी से मेला क्षेत्र तक पहुंच सकते हैं।
बालसन चौराहा : यह स्थान मेला क्षेत्र से काफी नजदीक है। यहां से आपको भारद्वाज पार्क और आश्रम के पास ऑटो मिल सकती है।
प्रमुख रेलवे स्टेशनों से मेला क्षेत्र तक पहुंचने के रास्ते
प्रयागराज में पांच प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं, जहां से आप मेला क्षेत्र तक पहुंच सकते हैं।
प्रयागराज जंक्शन : यहां उतरने के बाद आप सिविल लाइंस जा सकते हैं और वहां से बालसन चौराहे तक ऑटो ले सकते हैं। सरकारी बसों की भी व्यवस्था है, लेकिन इनमें भीड़ हो सकती है।
प्रयागराज संगम : यह स्टेशन मेला क्षेत्र के सबसे नजदीक है। यहां से मेला क्षेत्र लगभग 1 किलोमीटर दूर है। शाही स्नान और कुछ विशेष दिनों में इस स्टेशन पर भीड़ ज्यादा हो सकती है और यह बंद भी हो सकता है।
प्रयाग जंक्शन : इस स्टेशन से मेला क्षेत्र तक लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है। रात्रि के समय आपको ऑटो मिल सकती है, लेकिन दिन में आपको पैदल ही मेला क्षेत्र तक जाना पड़ेगा।
फाफामऊ : यह स्टेशन प्रयाग जंक्शन से पहले पड़ता है। यहां से आप बैंक रोड तक पहुंच सकते हैं और फिर पैदल मेला क्षेत्र तक जा सकते हैं।
प्रयागराज छिवकी : यहां से आपको बालसन चौराहा तक आने के लिए ऑटो मिल जाएगी।
यहां ठहर सकते हैं
प्रयागराज में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न प्रकार की रहने की व्यवस्था उपलब्ध है। स्टेशन के बाहर आपको कई होटल और लॉज मिल जाएंगे, हालांकि इनका किराया थोड़ा ज्यादा हो सकता है। यदि आपका बजट कम है, तो डोरमेट्री का विकल्प भी उपलब्ध है, जिसका किराया ₹300 से ₹1000 तक हो सकता है। इसके अलावा, कई रैन बसेरे भी मेला क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं, जहां आपको आराम से रुकने की सुविधा मिल सकती है।
खाने की व्यवस्था
आपको खाने के लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बैंक रोड और बालसन चौराहे से आगे बढ़ते हुए हर 500 मीटर पर एक भंडारा मिलेगा, जहां मुफ्त में कचौड़ी, छोला चावल, खिचड़ी आदि खाने के लिए मिल जाएंगे। इसके अलावा, आप Swiggy और Zomato से भी खाना मंगा सकते हैं (हालांकि इनकी डिलीवरी कुछ क्षेत्रों में नहीं होती)।
महाकुंभ मेला में भारी भीड़ होती है, इसलिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी चाहिए
छोटे बच्चों को लेकर न आएं, क्योंकि भीड़ में संभालना मुश्किल हो सकता है।
ज्यादा सामान न लाएं, क्योंकि आपको पैदल यात्रा करनी पड़ सकती है।
अपने फोन और पर्स का विशेष ध्यान रखें।
हर सदस्य को एक फोन नंबर जरूर लिखकर दें, ताकि किसी आपातकालीन स्थिति में संपर्क किया जा सके।
अगर आप खो जाते हैं, तो पास के पुलिसवाले से मदद लें। वे आपकी मदद करेंगे और अनाउंसमेंट करा सकते हैं।
संगम के किनारे स्नान करते समय अपने सामान का खास ध्यान रखें, क्योंकि भारी भीड़ के दौरान हो सकती है।